Stock Market News: बाजार हिस्सेदारी के मामले में भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने वित्त वर्ष 2012 के लिए अपने शेयरधारकों को 80 फीसदी लाभांश देने की घोषणा की है. मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी ने वार्षिक आम बैठक (AGM) में घोषित और अनुमोदित होने पर एक सप्ताह के भीतर इन लाभांश का भुगतान करने की योजना बनाई है. बता दें कि पिछले हफ्ते आरआईएल के शेयरों में तेजी देखी गई. गौरतलब है कि एक्स-डिविडेंड डेट उस तिथि को कहा जाता है जिस दिन तक शेयर खरीदने वाले को लाभांश मिलता है. अमूमन उसके अगले दिन रिकॉर्ड डेट होती है.
बताते चलें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज अलग-अलग सेक्टर में काम करती है. कंपनी को ऊर्जा से लेकर रिटेल और टेलीकॉम सभी सेक्टर में जबरदस्त मुनाफा हुआ है. चौथी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 22.5 फीसदी बढ़कर 16,203 करोड़ रुपये रहा है. जबकि, इससे पिछले वित्त वर्ष 2020-21 की इसी जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी को 13,227 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. जनवरी-मार्च तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा सालाना आधार पर बढ़ा है. लेकिन, अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही की तुलना में ये गिरा है. तब कंपनी का मुनाफा 18,549 करोड़ रुपये था. समीक्षा अवधि में कंपनी की ऑपरेशन से इनकम 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रही है. जनवरी-मार्च 2022 में कंपनी की आय 2,11,887 करोड़ रुपये रही. ये पिछले साल की इसी तिमाही में 1,54,896 करोड़ रुपये थी.
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने चौथी तिमाही के परिणाम के साथ ही शेयर होल्डर्स के लिए सालाना लाभांश (RIL Annual Dividend) का भी ऐलान किया है. कंपनी 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले हर शेयर पर 8 रुपये का डिविडेंड देगी. बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इस फैसले को मंजूरी दे दी है. कंपनी ने कहा है कि यदि एजीएम में लाभांश की घोषणा की जाती है, तो एजीएम के समापन के एक सप्ताह के भीतर भुगतान किया जाएगा. कंपनी 29 अगस्त को अपनी 45वीं वार्षिक आम बैठक आयोजित करेगी.
पिछले हफ्ते शुक्रवार को आरआईएल के शेयर बीएसई पर 42.45 रुपये या 1.64 फीसदी की बढ़त के साथ 2,632.65 रुपये पर बंद हुआ है. बेंचमार्क पर आरआईएल एक हेवी स्टॉक है. यह 18 लाख करोड़ रुपये से अधिक के बाजार मूल्यांकन के साथ सबसे मूल्यवान स्टॉक है. दलाल स्ट्रीट पर पिछले हफ्ते आरआईएल के शेयरों में करीब 4 फीसदी की तेजी आई है. शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, बीएसई पर आरआईएल के 33,06,684 सार्वजनिक शेयरधारक हैं, जिनके पास 3,24,11,15,693 इक्विटी शेयरों के पूर्ण प्रदत्त इक्विटी शेयरों की संख्या है.
शेयर बाजार की दुनिया में कुछ ऐसी कंपनियां हैं जो अपने शेयरधारकों को समय-समय पर अपने मुनाफे में से हिस्सा देती हैं. मुनाफे के रूप में मिलने वाला यही हिस्सा डिविडेंड कहलाता है. ऐसी कंपनियों के शेयरों को डिविडेंड यील्ड स्टॉक्स कहा जाता है. हालांकि, ये डिविडेंड देना या न देना किसी भी कंपनी का खुद का फैसला होता है. ये अनिवार्य नियम नहीं है. पीएसयू सेक्टर की कंपनियां अधिकतर अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देती हैं.
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