चुनावी नतीजों से 992.74 अंक उछला सेंसेक्स, एक्सपर्ट से जानें इस हफ्ते कैसा रहेगा शेयर बाजार
Stock Market: महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव परिणामों ने बाजार की धारणा को बढ़ाया.इन चुनावी नतीजों ने पूंजीगत व्यय लक्ष्य को पूरा करने के लिए वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही में सरकारी खर्च में स्थिरता की गुंजाइश बढ़ाई. अल्पावधि में एक छोटी पुलबैक रैली संभव होने के बावजूद बाजार को वैश्विक और कुछ घरेलू अनिश्चितता से शेयर बाजार के संघर्ष करने की संभावना है.
Stock Market: महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के आए नतीजों और सरकारी खर्च में स्थिरता की उम्मीद से सोमवार 25 नवंबर 2024 को घरेलू शेयर बाजार जोरदार उछाल के साथ बंद हुए. कारोबार के आखिर में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 992.74 अंक या 1.25% उछलकर 80,109.85 पर पहुंच गया. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी एनएसई निफ्टी 314.65 अंक या 1.32% चढ़कर 24,221.90 पर बंद हुआ. बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 1,961.32 अंक बढ़कर 79,117.11 अंक पर और निफ्टी 557.35 अंक चढ़कर 23,907.25 अंक पर बंद हुआ था.
चुनावी नतीजों ने बदली बाजार की धारणा
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, “महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव परिणामों ने बाजार की धारणा को बढ़ाया. इसके साथ ही, इन चुनावी नतीजों ने पूंजीगत व्यय लक्ष्य को पूरा करने के लिए वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही में सरकारी खर्च में स्थिरता की गुंजाइश बढ़ाई. यह तेजी व्यापक आधार पर थी, जबकि नए ऑर्डर में उछाल की उम्मीद में बुनियादी ढांचा, पूंजीगत सामान और औद्योगिक पूंजीगत व्यय से जुड़े क्षेत्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया. अच्छे मानसून, त्योहार और शादी के मौसम के कारण दूसरी छमाही की संभावनाएं सकारात्मक बनी हुई हैं, जो दूसरी तिमाही में आमदनी में आई गिरावट के प्रभाव को कम कर सकती हैं.”
वैश्विक और घरेलू अनिश्चितता से संघर्ष कर सकता है बाजार
द इन्फिनिटी ग्रुप के संस्थापक विनायक मेहता ने कहा, “अल्पावधि में एक छोटी पुलबैक रैली अभी भी संभव होने के बावजूद बाजार को वैश्विक और कुछ घरेलू अनिश्चितता के साथ सप्ताह के बाकी दिनों में शेयर बाजार के संघर्ष करने की संभावना है. अदाणी मुद्दा अभी भी काफी हद तक सिस्टम में है. छुट्टियों के मौसम में विदेशी पोर्टफोलियो की ओर से कम गतिविधि के साथ एक निरंतर रिकवरी चुनौतीपूर्ण हो सकती है. निवेशकों को स्टॉक-विशिष्ट अवसरों पर फोकस करने की आवश्यकता होगी. इसका कारण यह है कि अगले कुछ सप्ताहों के दौरान बाजार के रुझान को अस्थिर बने रहने की संभावना है.”
पिछले हफ्ते बाजार को मिला रिलायंस का सहारा
विनायक मेहता ने आगे कहा कि शेयर बाजार पिछले सप्ताह मुख्य रूप से तकनीकी आधार पर काफी हद तक ठीक होने में सक्षम रहा. इसका कारण यह है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस और आईसीआईसीआई बैंक जैसे कुछ प्रमुख स्टॉक्स में उछाल आया. अदाणी मुद्दे के नतीजों से प्राथमिक ट्रिगर्स के साथ इस सप्ताह की शुरुआत में शुरू हुई तेज बिकवाली के बाद यह उछाल आया. रिकवरी उत्साहजनक रही. हालांकि, इसे बनाए रखने के लिए कोई नया सकारात्मक ट्रिगर नहीं देखा गया है.
बीएसई सेंसेक्स में लाभ में रहा लार्सन एंड ट्रुबो का शेयर
बीएसई सेंसेक्स की कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), अदाणी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावर ग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक के शेयर सबसे ज्यादा लाभ में रहे. वहीं, जेएसडब्ल्यू स्टील, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, मारुति सुजुकी, एशियन पेंट्स और एचसीएल टेक के शेयरों में गिरावट का रुख रहा. इस बीच, ऑनलाइन खानपान आपूर्तिकर्ता जोमैटो को 23 दिसंबर से जेएसडब्ल्यू स्टील की जगह बीएसई सेंसेक्स के समूह में शामिल करने का फैसला किया गया है. यह बीएसई की सहायक एशिया इंडेक्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से घोषित नवीनतम सेंसेक्स पुनर्गठन का हिस्सा है.
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जापान के निक्केई और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में बढ़त
एशिया के दूसरे बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्केई 225 बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट पर रहा. यूरोप के बाजार दोपहर के कारोबार में लाभ में थे. शुक्रवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.40 प्रतिशत गिरकर 74.87 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
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