Sukanya Samriddhi Yojana: केंद्र सरकार के द्वारा महिलाओं और लड़कियों को आर्थिक रुप से समृद्ध बनाने के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही हैं. इसमें सबसे बेहतरीन योजनाओं में सुकन्या समृद्धि योजना भी शामिल है. इस योजना में आप अपनी बेटियों के लिए निवेश कर सकते हैं. हालांकि, इस योजना के तहत खाता केवल 10 साल से कम उम्र की बच्चों का ही खुल सकता है. इसमें कम से कम 250 रुपये से निवेश शुरु कर सकते हैं. इस योजना में पहले अधिकतम दो बेटियों का खाता खोलवाने का प्रावधान था. मगर, अब नए नियमों के तहत यदि एक बेटी के बाद जुड़वां बेटी होती है तो अब दोनों के लिए खाता खोलवा सकते हैं. इस तरह से आप तीन बेटियों को इस योजना में लाभान्वित कर सकते हैं. योजना के तहत माता-पिता को केवल 15 वर्ष के लिए निवेश करना होता है. उसके बाद, अगले छह साल तक इसमें ब्याज की राशि जुड़ती रहती है. योजना की मैच्योरिटी बच्ची के 21 वर्ष का होने पर होता है. हालांकि, बच्ची 18 साल की आयु के बाद खाते को खुद हैंडल कर सकती है.
मैच्योरिटी पर मिलेगा तीन गुना फंड
Sukanya Samriddhi Yojana में अगर कोई निवेशक साल में एक लाख रुपये निवेश करता है तो 15 वर्षों में उसके निवेश की राशि 15,00,000 रुपये होती है. ऐसे में 21 साल की मैच्योरिटी पर कुल रकम 44,89,690 रुपये तक मिल सकती है. इस राशि में सरकार के द्वारा कुल निवेश पर ब्याज के रुप में निवेशक को 29,89,690 रुपये मिलने वाले हैं. इसे ऐसे समझा जा सकता है निवेश की रकम गुना तीन 15,00,000×3= 45,00,000. ऐसे में कहा जा सकता है कि निवेशक को मैच्योरिटी पर निवेश का लगभग तीन गुना ज्यादा राशि मिलेगा. हालांकि, बीच में बच्ची के 18 साल के होने के बाद उसकी शादी के लिए आप पैसों की निकासी कर सकते हैं. इस वक्त कुल जमा राशि का केवल 50 प्रतिशत रकम निकासी हो सकता है. वहीं, विशेष परिस्थिति जैसे खाताधारक की अचानक मृत्यु होने, अभिभावक की मौत होने, खाताधारक को गंभीर बीमारी होने या अकाउंट जारी रखने में असमर्थ होने पर आप पूरे पैसों की निकासी पांच साल के बाद कर सकते हैं.
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Sukanya Samriddhi Yojana में कब कब कितना ब्याज
1 अप्रैल, 2014: 9.1%
1 अप्रैल, 2015: 9.2%
1 अप्रैल, 2016 -30 जून, 2016: 8.6%
1 जुलाई, 2016 -30 सितंबर, 2016: 8.6%
1 अक्टूबर, 2016-31 दिसंबर, 2016 : 8.5%
1 जुलाई, 2017-31 दिसंबर, 2017 : 8.3%
1 जनवरी, 2018- 31 मार्च, 2018 : 8.1%
1 अप्रैल, 2018- 30 जून, 2018 : 8.1%
1 जुलाई, 2018- 30 सितंबर, 2018 : 8.1%
1 अक्टूबर, 2018- 31 दिसंबर, 2018 : 8.5%
1 जनवरी, 2019- 31 मार्च, 2019 : 8.5%
1 जनवरी, 2020 -31 मार्च, 2020 : 8.4%
1 अप्रैल, 2020-30 जून, 2020: 7.6%
1 जनवरी, 2023 -31 मार्च, 2023: 7.6%
1 अप्रैल 2023 से अबतक: 8%