Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में निवेश करने वालों लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. अब मैच्योरिटी पर निवेशक को उनके निवेश से तीन गुना ज्यादा राशि मिलेगी. इसके साथ ही, निवेश पर मिलने वाला ब्याज भी डबल हो जाएगा. भारतीय पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम पर सरकार के द्वारा एक अप्रैल से ब्याज की दर को बढ़ाकर आठ प्रतिशत कर दी गयी है. बेटियों के उत्थान के लिए लायी गयी इस योजना को सरकार के द्वारा और ज्यादा आकर्षक बनाया जा रहा है. इससे ज्यादा से ज्यादा लोग योजना से जुड़कर इसका लाभ ले सकें. सुकन्या समृद्धि योजना की मैच्योरिटी 21 वर्ष में होती है. मगर, इसमें माता-पिता को केवल 15 वर्ष के लिए ही निवेश करना होता है. अगले छह वर्षों तक इसमें ब्याज की राशि जुड़ते रहती है. कोई भी माता-पिता योजना में सालाना अधिकतम 1.5 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं. जबकि अकाउंट खुलवाने के लिए 250 रुपये देने होंगे.
एक लाख निवेश पर कितना मिलेगा रकम
सुकन्या समृद्धि योजना में अगर कोई निवेशक साल में एक लाख रुपये निवेश करता है तो 15 वर्षों में उसके निवेश की राशि 15,00,000 रुपये होती है. ऐसे में 21 साल की मैच्योरिटी पर कुल रकम 44,89,690 रुपये तक मिल सकती है. इस राशि में सरकार के द्वारा कुल निवेश पर ब्याज के रुप में निवेशक को 29,89,690 रुपये मिलने वाले हैं. इसे ऐसे समझा जा सकता है निवेश की रकम गुना तीन 15,00,000×3= 45,00,000. ऐसे में कहा जा सकता है कि निवेशक को मैच्योरिटी पर निवेश का लगभग तीन गुना ज्यादा राशि मिलेगा.
इनकम टैक्स में भी मिलेगी छूट
सरकार के द्वारा लोगों को इस योजना में निवेश करके लिए प्रेरित करने के लिए एक और काम किया गया है. इस योजना में निवेश की गयी राशि को सरकार के द्वारा टैक्स फ्री किया गया है. इसमें इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 सी के तहत 1.50 लाख तक सालाना निवेश पर छूट दी जाती है. वहीं, इससे मिलने वाला रिटर्न भी टैक्स फ्री है. उससे भी बड़ी बात ये है कि सरकार के द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना के तहत मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम को भी टैक्स फ्री रखा गया है.
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पैसे निकालने के लिए मैच्योरिटी का नहीं करना होगा इंतजार
आप अपनी जिस बेटी के नाम से निवेश करते हैं, उसके 18 वर्ष पूरे होने के बाद, शादी के लिए पैसा लेना चाहें तो सरकार आपको पैसा दे सकती है. निवेशक बच्ची की 18 वर्ष की आयु के बाद 50 प्रतिशत रकम निकाल सकते हैं. इसके साथ ही, निवेशक अगर चाहे तो खाता शुरू होने के पांच वर्ष के बाद उसमें से अपनै पैसे कुछ विशेष परिस्थितियों में निकाल सकता है. जैसे खाताधारक की अचानक मृत्यु होने, अभिभावक की मौत होने, खाताधारक को गंभीर बीमारी होने या अकाउंट जारी रखने में असमर्थ होने पर.
सुकन्या समृद्धि स्कीम में कब कब कितना ब्याज
1 अप्रैल, 2014: 9.1%
1 अप्रैल, 2015: 9.2%
1 अप्रैल, 2016 -30 जून, 2016: 8.6%
1 जुलाई, 2016 -30 सितंबर, 2016: 8.6%
1 अक्टूबर, 2016-31 दिसंबर, 2016 : 8.5%
1 जुलाई, 2017-31 दिसंबर, 2017 : 8.3%
1 जनवरी, 2018- 31 मार्च, 2018 : 8.1%
1 अप्रैल, 2018- 30 जून, 2018 : 8.1%
1 जुलाई, 2018- 30 सितंबर, 2018 : 8.1%
1 अक्टूबर, 2018- 31 दिसंबर, 2018 : 8.5%
1 जनवरी, 2019- 31 मार्च, 2019 : 8.5%
1 जनवरी, 2020 -31 मार्च, 2020 : 8.4%
1 अप्रैल, 2020-30 जून, 2020: 7.6%
1 जनवरी, 2023 -31 मार्च, 2023: 7.6%
1 अप्रैल 2023 से अबतक: 8%
सुकन्या समृद्धि योजना केंद्र सरकार द्वारा 2015 में शुरू की गई योजना है, जिसे बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ अभियान के एक हिस्से के रूप में शुरू किया गया है. इस योजना के माध्यम से सरकार बेटियों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए माता-पिता को बचत करने की सुविधा प्रदान करती है.
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