Sukanya Samriddhi Yojana: ₹250 से शुरू करें सफर, टैक्स छूट के साथ बेटी का भविष्य बनाएं उज्ज्वल

Sukanya Samriddhi Yojana: बेटी के भविष्य को सुरक्षित करने का शानदार मौका. ₹250 से निवेश शुरू करें, पाएं 8.2% ब्याज, टैक्स छूट और उज्ज्वल भविष्य की गारंटी

By Abhishek Pandey | January 23, 2025 10:39 AM
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Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार द्वारा बेटियों के उज्ज्वल भविष्य और उनकी शिक्षा व शादी से जुड़े खर्चों को सुरक्षित करने के उद्देश्य से शुरू की गई एक विशेष बचत योजना है. यह योजना 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत शुरू की गई थी.

लड़कियों की शिक्षा और उनके भविष्य को सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार ने कई योजनाओं की शुरुआत की है, जिनमें से सुकन्या समृद्धि योजना एक महत्वपूर्ण पहल है. वित्त मंत्रालय के अनुमान के अनुसार, नवंबर 2024 तक इस योजना के तहत 4.2 करोड़ से अधिक ग्राहक होंगे. इस योजना में बेटी के नाम पर खाता खोलकर न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख तक वार्षिक निवेश किया जा सकता है.

सबसे ज्यादा ब्याज दर से रिटर्न देने वाली योजना

सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरें हर तिमाही वित्त मंत्रालय द्वारा तय की जाती हैं. 21 जनवरी 2015 को इसकी शुरुआत के समय ब्याज दर 9.1% थी, जो अगले वर्ष 9.2% तक पहुंच गई. हालांकि, बाद में यह घटकर 7.6% हो गई. जनवरी 2024 से, ब्याज दर में बढ़ोतरी हुई है और यह 8.2% पर निर्धारित है.

खाता खोलने की पात्रता

  1. उम्र सीमा: यह खाता बालिका के जन्म के तुरंत बाद या 10 साल की उम्र तक खोला जा सकता है.
  2. परिवार की सीमा: एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए खाते खोले जा सकते हैं.
  3. विशेष परिस्थिति: जुड़वां या तीन बच्चों के मामलों में अपवाद लागू हो सकते हैं.
  4. दस्तावेज़:
    • बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
    • अभिभावक का पहचान और निवास प्रमाण
    • पासपोर्ट साइज फोटो

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खाता खोलने की प्रक्रिया

  1. योग्यता की पुष्टि करें: बालिका की उम्र और दस्तावेज़ तैयार रखें.
  2. फॉर्म भरें और जमा करें: नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक से फॉर्म प्राप्त करें और आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ जमा करें.
  3. जमा राशि: खाता खोलने के लिए न्यूनतम ₹250 जमा करें.

ब्याज की गणना और मैच्योरिटी

  • ब्याज गणना: हर महीने की 5 तारीख और महीने के अंत की न्यूनतम शेष राशि पर ब्याज दिया जाता है.
  • मैच्योरिटी अवधि: खाता 21 वर्षों के लिए वैध है.
  • आंशिक निकासी: बेटी की 18 वर्ष की उम्र पर उच्च शिक्षा के लिए 50% निकासी की अनुमति है.
  • समयपूर्व बंद: गंभीर परिस्थितियों में खाता 5 साल बाद बंद किया जा सकता है

SSY का मुख्य उद्देश्य

  1. शिक्षा को प्रोत्साहन: बेटी की उच्च शिक्षा के लिए बचत को बढ़ावा देना.
  2. वित्तीय सुरक्षा: शादी और अन्य ज़रूरी खर्चों के लिए धन सुरक्षित करना.
  3. लिंग समानता: यह योजना “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान का हिस्सा है, जो बेटियों के सशक्तिकरण पर जोर देती है.

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