Sundar Pichai ने Google कर्मचारियों को आखिर क्यों कहा- पैसे भूलकर काम का लीजिये मजा, जानें वजह
हाल ही में गूगल ने अपने कर्मचारियों के मनोरंजन और यात्रा बजट में कटौती कर दी है. इसके बाद गूगल के सीईओ सुन्दर पिचाई को कई तरह के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा. इन सवालों के जवाब में पिचाई ने कहा कि कर्मचारियों को अपने काम में ही मस्ती ढूंढ लेनी चाहिए और उन्हें इनकी तुलना पैसों से नहीं करनी चाहिए.
Google CEO To Employees: गूगल दुनिया की सबसे बड़ी टेक जायंट कंपनी मानी जाती है. हाल ही में कंपनी ने अपने कर्मचारियों के ट्रैवल और मनोरंजन में किये जाने वाले खर्चों पर कमी कर दी है. इसपर कर्मचारियों ने कई तरह के सवाल उठाये और उनके जवाब कंपनी के CEO Sundar Pichai से मांगा. कर्मचारियों ने ऐसा किये जाने पर कंपनी से सफाई भी मांगी. इन सभी सवालों के जवाब देते हुए सुन्दर पिचाई ने अपने कर्मचारियों को जवाब देते हुए कहा कि- कि पैसे और फायदे ही सब कुछ नहीं हैं और कर्मचारियों को मंदी और कंपनी के तरफ से दिए जाने वाले फायदों में कटौती से परेशान होने के बजाय काम पर मस्ती की तलाश करनी चाहिए.
क्यों की गयी कटौतीपिछले कुछ समय से Google घाटे में चल रही है. इसी वजह से कंपनी को अपने कर्मचारियों के ट्रैवेल और मनोरंजन पर किये जाने वाले खर्चों को कम करना पड़ा. इसके बाद कंपनी के कर्मचारियों ने कई तरह से सवाल उठाये. इसपर सुन्दर पिचाई ने भड़कते हुए कहा- भत्ता और पैसा ही सबकुछ नहीं होता है. कर्मचारियों को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए और काम पर ही अपने लिए मस्ती ढून्ढ लेनी चाहिए. कंपनी के तरफ से उठाये गए ये कदम कर्मचारियों के भलाई के लिए ही उठाये गए हैं और इस तरह की चीजों से कर्मचारियों को परेशान नहीं होना चाहिए.
रिपोर्ट्स की मानें तो दूसरी तिमाही में Google उम्मीद से काफी कम कमाई कर पाया था और उसके बाद कंपनी के तरफ से जो कदम उठाये गए वह इसी का नतीजा है. कंपनी के तरफ से लिए गए इस तरह के फैसले से नाराज होकर ढेर सारे कर्मचारियों ने कंपनी भी छोड़ दी है. Sundar Pichai ने आगे बताते हुए कहा कि- हम एक मेहनती कंपनी हैं और हमारे साथ काम करने के लिए आपको पैसों की चिंता नहीं करनी चाहिए. उन्होंने आगे बताते हुए कहा कि- जब हमारी कंपनी इतनी बड़ी नहीं थी और हमारे साथ इतने लोग भी नही थे उस समय भी हम मजे से काम करते थे. फिलहाल हमारे टीम में पर्याप्त मेंबर हैं और टीम में चाहे 20 लोग हों या फिर 100 लोग, हमारा ध्यान कंपनी की ग्रोथ के तरफ ही होना चाहिए
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