अमेजन और फ्लिपकार्ट पर जांच, सुप्रीम कोर्ट ने सभी मामले कर्नाटक हाईकोर्ट भेजे

Supreme Court: सीसीआई का यह जांच आदेश दिल्ली व्यापार महासंघ की शिकायत पर आधारित था. महासंघ ने आरोप लगाया था कि अमेजन और फ्लिपकार्ट भारी छूट और चुनिंदा विक्रेताओं के साथ गठजोड़ करके व्यापार में गड़बड़ी कर रहे हैं.

By KumarVishwat Sen | January 6, 2025 1:53 PM
an image

Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने अमेजन और फ्लिपकार्ट की उन याचिकाओं को कर्नाटक हाईकोर्ट भेज दिया है, जिनमें दोनों कंपनियों ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की ओर से दिए गए जांच के आदेश को चुनौती दी थी. यह आदेश सीसीआई ने इन कंपनियों पर भारी छूट और चुनिंदा विक्रेताओं के साथ मिलकर काम करने के आरोपों के बाद दिया था. सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा कि जिन मामलों की अभी सुनवाई पूरी नहीं हुई है, उन्हें कर्नाटक हाईकोर्ट में उचित समय देकर निपटाया जाएगा.

सीसीआई आदेश के खिलाफ 5 याचिकाएं

अटॉर्नी जनरल ने कोर्ट को बताया कि सीसीआई के आदेश के खिलाफ अलग-अलग हाईकोर्ट में पांच याचिकाएं दायर की गई थीं. सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया कि इन सभी मामलों को एक जगह यानी कर्नाटक हाईकोर्ट में स्थानांतरित कर दिया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर भविष्य में इसी तरह की याचिकाएं किसी दूसरे हाईकोर्ट में दायर की जाती हैं, तो वे भी इसी आदेश के तहत कर्नाटक हाईकोर्ट को भेजी जाएंगी.

इसे भी पढ़ें: सट्टा मटका में पैसा लगाने पर सीधे जेल, एसआईपी से होगी मोटी कमाई; जानें सजा-मजा

इसे भी पढ़ें: IPO: स्टैंडर्ड ग्लास लाइनिंग का आईपीओ पेश होते ही फुल सब्सक्राइब, जानें क्या है प्राइस बैंड

दिल्ली व्यापार महासंघ ने सीसीआई में की थी शिकायत

सीसीआई का यह जांच आदेश दिल्ली व्यापार महासंघ की शिकायत पर आधारित था. महासंघ ने आरोप लगाया था कि अमेजन और फ्लिपकार्ट भारी छूट और चुनिंदा विक्रेताओं के साथ गठजोड़ करके व्यापार में गड़बड़ी कर रहे हैं. अमेजन और फ्लिपकार्ट ने सीसीआई के आदेश को रोकने के लिए अलग-अलग हाईकोर्ट में याचिकाएं दाखिल की थीं.

इसे भी पढ़ें: SIP: एचडीएफसी के इस फंड को आधा भारत नहीं जानता, वर्ना 1000 देकर बन जाता 2 करोड़ का मालिक

इसे भी पढ़ें: आधे भारत के लोगों को एसआईपी के प्रकारों की नहीं है जानकारी, 1 में ही भिड़े रहते हैं लोग

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Exit mobile version