Tanla Platforms के शेयर ने पिछले 10 वर्षों में निवेशकों को ब्लॉकबस्टर रिटर्न दिया है. पिछले एक दशक में स्टॉक लगभग 16,000 प्रतिशत बढ़ा है. ईटी मार्केट्स के एक विश्लेषण के मुताबिक, जिस निवेशक ने दस साल पहले इस शेयर में 10 हजार रुपये का निवेश किया था और उसे अब तक बनाए रखा है तो अब उसे 16 लाख रुपये मिल रहे हैं.
पिछले पांच वर्षों में टान्ला प्लेटफॉर्म के शेयर में 1,620 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि पिछले तीन वर्षों में यह शेयर 1,263 प्रतिशत बढ़ा हैं. एक्सचेंजों के पास उपलब्ध शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार, कंपनी में आम निवेशकों की हिस्सेदारी 55.83 फीसदी है, जबकि प्रमोटरों के पास 44.17 फीसदी हिस्सेदारी है. सार्वजनिक शेयरधारकों के बीच म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी 0.06 फीसदी है, जबकि विदेशी निवेशकों के पास 14.23 फीसदी हिस्सेदारी है.
चौथी तिमाही में Tanla Platforms के एंटरप्राइज सेगमेंट रेवेन्यू में गिरावट दर्ज की गई, लेकिन मार्जिन में सुधार आया है. एंटरप्राइज रेवेन्यू तिमाही आधार पर 5 फीसदी घटा है, लेकिन ओटीटी प्लैटफॉर्म्स और वाइजली नेटवर्क्स की मदद से प्लैटफॉर्म रेवेन्यू में तिमाही आधार पर 5 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. एंटरप्राइज सेगमेंट का कंपनी के रेवेन्यू में 90 फीसदी और ग्रॉस प्रॉफिट में 66 फीसदी योगदान है. एंटरप्राइज सेगमेंट के लिए रेवेन्यू 752 करोड़ रुपए रहा. वहीं, ग्रॉस मार्जिन तिमाही आधार पर 177 बेसिस प्वाइंटस बढ़कर 20.1 फीसदी पर पहुंच गया. प्लैटफॉर्म सेगमेंट का रेवेन्यू तिमाही आधार पर 4.2 फीसदी के उछाल के साथ 82 करोड़ रुपए रहा. कंपनी के टोटल रेवेन्यू में इस सेगमेंट का योगदान 10 फीसदी और ग्रॉस प्रॉफिट में 34 फीसदी योगदान है.
Tanla Platforms का शेयर इस समय करीब 1 फीसदी की तेजी के साथ 678 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है. 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 1510 रुपए और न्यूनतम स्तर 493 रुपए है. यह एक सॉफ्टवेयर कंपनी है, जिसका मार्केट कैप 9250 करोड़ रुपए है. रिजल्ट के बाद एचडीएफसी सिक्योरिटीज इस स्टॉक पर बुलिश है और 50 फीसदी से ज्यादा तेजी का टारगेट दिया गया है.
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