Air India के बाद अब इस एयरलाइंस को खरीदने की तैयारी कर रही TATA, रेस में गौतम अदाणी भी शामिल, जानें डिटेल
आर्थिक तंगी से जूझ रही श्रीलंका की सरकार अपने देश की एयरलाइंस श्रीलंका एयरलाइंस (Srilanka Airlines) को निजी हाथों में देने के लिए विचार कर रही है. इसे लेकर सरकार की सक्रियता काफी बढ़ गयी है.
Air India को खरीदने के बाद अब TATA Sons. एक दूसरी एयरलाइंस कंपनी खरीदने की कोशिश कर रही है. बताया जा रहा है कि आर्थिक तंगी से जूझ रही श्रीलंका की सरकार अपने देश की एयरलाइंस श्रीलंका एयरलाइंस (Srilanka Airlines) को निजी हाथों में देने के लिए विचार कर रही है. इसे लेकर सरकार की सक्रियता काफी बढ़ गयी है. सरकार एयरलाइंस को प्राइवेट हाथों में सौंपने के लिए कंपनियों के साथ में बातचीत कर रही है. श्रीलंका एयरलाइंस को खरीदने की रेस में टाटासन्स, अदाणी ग्रुप (Adani Groups), एमिरेटस (ईके, दुबई इंटरनेशनल) जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं. समझा जा रहा है कि इन नामों की रेस में टाटा की बातचीत सबसे आगे चल रही है. हालांकि, श्रीलंका सरकार या टाटा की तरफ से बातचीत के स्तर के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी है.
टाटा के पास विमान कंपनी का अनुभव
एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल के दिनों में भारत और श्रीलंका के बीच लगातार एयर ट्रैफिक में बढ़ोतरी है. इसे देखते हुए श्रीलंकाई एयरलाइंस आने वाले दिनों में कोलंबो और तिरुवनंतपुरम के बीच अपनी सेवा बढ़ाने की योजना बना रही है. इसके साथ ही, कोच्चि इंटरनेशनल के लिए अपने 10 बार साप्ताहिक उड़ानों को बनाए रखने की कोशिश कर रही है. श्रीलंका एयरलाइंस को खरीदने की रेस में शामिल टाटा सन्स के पास पहले से एयर इंडिया, विस्तारा , एयर इंडिया एक्सप्रेस, एयर एशिया जैसे एयरलाइंस कंपनियों को चलाने का बड़ा अनुभव है. जबकि, गौतम अदाणी पहले से श्रीलंका सरकार के साथ मिलकर कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. गौतम अदानी ने हाल ही में भारत के दौरे पर आए श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के साथ मुलाकात की थी. बताया जा रहा है कि मुलाकात में श्रीलंका में चल रहे कई परियोजनाओं के बारे में बात हुई. हालांकि, उस वक्त एयरलाइन का कोई उल्लेख नहीं था.
विस्तारा के विलय पर विदेशी प्रतिस्पर्धा नियामकों की मंजूरी लेने की कोशिश जारी
एयर इंडिया के प्रमुख कैंपबेल विल्सन ने कहा कि विस्तार एयरलाइन के विलय के लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की मंजूरी मिलने के बाद कंपनी इस सौदे पर सिंगापुर एवं अन्य क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा नियामकों से अनुमोदन प्राप्त करने के लिए काम कर रही है. टाटा समूह अपनी चार एयरलाइंस को विलय के जरिये दो एयरलाइन में एकीकृत करने की प्रक्रिया में है. टाटा समूह ने पिछले साल जनवरी में घाटे में चल रही एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस का सरकार से अधिग्रहण किया था. कैंपबेल ने शुक्रवार को कर्मचारियों को प्रेषित अपने साप्ताहिक संदेश में कहा कि एयर इंडिया के साथ विस्तारा के नियोजित विलय को सीसीआई की मंजूरी टाटा की चार एयरलाइंस को दो एयरलाइन में एकीकृत करने की दिशा में एक स्वागत योग्य और महत्वपूर्ण कदम है. हालांकि अभी कुछ और काम भी किए जाने हैं. उन्होंने कहा कि इसे अंतिम रूप देने से पहले हमें सिंगापुर सहित कुछ अन्य न्यायक्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा नियामकों से भी अनुमोदन की जरूरत है. हम इस दिशा में काम कर रहे हैं.
Also Read: Elon Musk की घट गयी संपत्ति तो अदाणी-अंबानी का बढ़ा नेटवर्थ, जानें कौन हैं दुनिया के टॉप-10 अरबपति
भावी एयरलाइन समूह को अधिक मजबूत बनाने की योजना पर कर रहे काम
कैंपबेल ने कहा कि इस बीच हम एक ऐसे एकीकरण की योजना बना रहे हैं जो हमारे भावी एयरलाइन समूह को अधिक मजबूत बनाएगा. सीसीआई ने एयर इंडिया और विस्तार के प्रस्तावित विलय को कुछ शर्तों के साथ एक सितंबर को मंजूरी दे दी थी. विस्तार और एयर इंडिया टाटा समूह की पूर्ण-सेवा वाली एयरलाइंस हैं. विस्तार में सिंगापुर एयरलाइंस की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है. टाटा समूह ने पिछले साल नवंबर में एक सौदे के तहत एयर इंडिया के साथ विस्तार के विलय की घोषणा की, जिसमें सिंगापुर एयरलाइंस भी एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी. प्रस्तावित विलय के लिए सीसीआई से इस साल अप्रैल में मंजूरी मांगी गई थी. इसमें टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड (टीएसपीएल), एयर इंडिया लिमिटेड, टाटा एसआईए एयरलाइंस लिमिटेड (टीएसएएल) और सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड पक्ष बने हैं. इस सौदे के बाद एयर इंडिया देश की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन और दूसरी बड़ी घरेलू एयरलाइन बन जाएगी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.