Tata Group के चार छुपे रुस्तम स्टॉक, निवेशकों को चुपके से बना रहे मालामाल, जानें क्या करती है कंपनियां
Multibagger Stock: बीते दो सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था के वैश्विक महामारी की चपेट से बाहर आने के बाद बड़ी संख्या में ऐसे शेयर हैं जो मल्टीबैगर की श्रेणी में शामिल हुए हैं. इसमें कई शेयर टाटा ग्रुप के भी शामिल हैं.
Multibagger Stock: टाटा ग्रुप के शेयरों में निवेशकों की हमेशा से खास दिलचस्पी रही है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि ग्रुप के शेयरों में निवेशकों को कभी भी ज्यादा निराश नहीं किया. वहीं, बीते दो सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था के वैश्विक महामारी की चपेट से बाहर आने के बाद बड़ी संख्या में ऐसे शेयर हैं जो मल्टीबैगर की श्रेणी में शामिल हुए हैं. इसमें कई शेयर टाटा ग्रुप के भी शामिल हैं. हम आपको टाटा ग्रुप के चार मल्टीबैगर शेयर के बारे में बताते हैं जिन्होंने अपने निवेशकों को मालामाल बना दिया है. हालांकि, टाटा ग्रुप की ये कंपनियां प्रसिद्ध नहीं हैं. ऐसे में निवेशक इसके बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं. ऐसे में अगर, आप भी टाटा ग्रुप के साथ निवेश करके पैसे कमाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको ऐसे शेयरों की जानकारी यहां दे रहे हैं. शेयर बाजार में निवेश बाजार जोखिम के अंतर्गत है. किसी भी शेयर में निवेश से पहले पूरी जानकारी प्राप्त कर लें या किसी वित्त सलाहकार की मदद लें.
ऑटोमोटिव स्टैम्पिंग और असेंबली (Automotive Stampings & Assemblie)
ऑटोमोटिव स्टैम्पिंग और असेंबली कंपनी के शेयर ने अपने निवेशकों को एक साल में करीब 1500% से अधिक बढ़ चुका है. सोमवार को कंपनी के शेयर 389.30 रुपये पर खुला जो कारोबार के दौरान 398.90 रुपये के स्तर तक पहुंच गया था. कंपनी का स्टॉक 52 हफ्तों में अधिकतम 481.80 रुपये के स्तर पर गया है. टाटा की ये कंपनी मुख्य रुप से ऑटो सहायक फर्म है. ये टाटा मोटर्स के लिए शीट-मेटल स्टैम्पिंग, वेल्डेड असेंबली और पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल्स के लिए मॉड्यूल बनाती है. कंपनी के पास, जनरल मोटर्स इंडिया, फिएट इंडिया, पियाजियो वाहन, अशोक लीलैंड, जेसीबी, Tata Hitachi और एमजी मोटर्स समेत कई कंपनियों के ऑडर हैं.
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टाटा टिनप्लेट (Tinplate Company of India)
टाटा टिनप्लेट कंपनी जमशेदपुर बेस है. सोमवार को कंपनी के शेयर में करीब 2.79 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली थी. कंपनी के शेयर 372.55 पर खुले थे. जबकि बाजार होते वक्त ये 382.75 रुपये पर कारोबार कर रहा था. निवेशकों की राय है कि इस कंपनी से भविष्य में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. ये टाटा स्टील की सहायक कंपनी है. टाटा की टिनप्लेट कंपनी (TCIL) भारत में टिनप्लेट बनाने की सबसे बड़ी कंपनी है. इसकी स्थापना 1920 में की गयी थी. प्रोसेस्ड फूड के पैकेजिंग में इस्तेमाल होने वाले टिनप्लेट और टीएफएस का उत्पादन कंपनी करती है. कंपनी खाद्य तेल, पेंट और कीटनाशक, बैटरी और एरोसोल और बोतल क्राउन उत्पाद के लार्ज रेंज में काम करती है.
गोवा का ऑटोमोबाइल कॉर्पोरेशन (Automobile Corporation of Goa ltd.)
गोवा का ऑटोमोबाइल कॉर्पोरेशन कंपनी ने निवेशकों को पिछले छह महीने में करीब 80.18 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. इस अवधि में कंपनी के शेयर करीब 663.05 रुपये बढ़ा है. ये टाटा ग्रुप की गोवा में स्थापित प्रमुख इंजीनियरिंग कंपनी है. 1980 में टाटा मोटर्स और ईडीसी के द्वारा संयुक्त रुप से स्थापित किया गया था. इसमें कारखानों में शीट मेटल कंपोनेंट्स, असेंबली और बस कोच का निर्माण होता है. टाटा मोटर्स इस माइक्रोकैप कंपनी का टॉप शेयरधारक है.
नेल्को (Nelco)
टाटा ग्रुप का ये स्टॉक पिछले छह महीने में अपने निवेशकों को करीब 16 प्रतिशत का रिटर्न दे चुका है. ये एक आईटी नेटवर्किंग इक्विपमेंट स्टॉक है. नेल्को डिफेंस और डिफेंस सर्विलांस, सिविल एप्लीकेशन, अट्रैक्शन, लोकोमोटिव के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और वीसैट के साथ नेटवर्क प्रबंधन प्रणाली से जुड़े turnkey परियोजनाओं के लिए सुरक्षा और निगरानी के क्षेत्रों में माहिर हैं. कंपनी के पास डिफेंस, रेलवे, सीमेंट, ऑटोमोबाइल से जुड़े हुए कई प्रोजेक्ट हैं. इसमें टाटा पावर का सबसे बड़ा हिस्सेदारी है.
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