tata steel investment : टाटा स्टील ओडिशा के प्लांट का करेगी विस्तार, 16 हजार करोड़ करेगी खर्च

ब्रजेश सिंहजमशेदपुर : टाटा स्टील अपनी क्षमता दोगुना करेगी. कंपनी के सभी प्लांटों का विस्तार किया जायेगा. इसके लिए कंपनी 16 हजार करोड़ रुपये निवेश करेगी. इस राशि में से 75 फीसदी कंपनी भारत में खर्च करेगी. बाकी राशि का इस्तेमाल यूनाइटेड किंगडम में चल रहे डिकार्बोनाइजेशन प्रोजेक्ट पर खर्च होगी. टाटा स्टील का मानना […]

By Brajesh | June 11, 2024 11:28 AM

ब्रजेश सिंह
जमशेदपुर : टाटा स्टील अपनी क्षमता दोगुना करेगी. कंपनी के सभी प्लांटों का विस्तार किया जायेगा. इसके लिए कंपनी 16 हजार करोड़ रुपये निवेश करेगी. इस राशि में से 75 फीसदी कंपनी भारत में खर्च करेगी. बाकी राशि का इस्तेमाल यूनाइटेड किंगडम में चल रहे डिकार्बोनाइजेशन प्रोजेक्ट पर खर्च होगी. टाटा स्टील का मानना है कि स्टील के डिमांड में करीब 8 से 10 फीसदी का ग्रोथ होने जा रहा है. इसे लेकर टाटा स्टील अपनी क्षमता दोगुना करने जा रही है. कलिंगानगर प्लांट की क्षमता 3 मिलियन टन से 8 मिलियन टन तक की जा रही है. इसका विस्तार 16 मिलियन टन किया जाना है. जमशेदपुर प्लांट में सीधे तौर पर निवेश नहीं होगा, लेकिन डाउनस्ट्रीम कंपनियों में कंपनी निवेश कर रही है. इसके अलावा ओडिशा के नीलाचल इस्पात की क्षमता को 4.5 मिलियन टन से 5 मिलियन टन किया जा रहा है. इसे बढ़ाकर 10 मिलियन टन किया जाना है. न्यू इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस की स्थापना चंडीगढ़ में हो रही है, जबकि ओडिशा के मेरामंडली प्लांट की क्षमता 5 से बढ़ाकर 7 मिलियन टन की जायेगी. बाद में इसे बढ़ाकर 10 मिलियन टन किया जाना है. टाटा स्टील की ओर से विस्तारीकरण के लिए जमीन उपलब्ध करा दी गयी है. टाटा स्टील अपने यूके प्लांट में एक ब्लास्ट फर्नेस को बंद कर रही है. इसी तरह यहां के कोक प्लांट में भी शटडाउन लिया गया है. वहां भी डिकार्बोनाइजेशन की दिशा में निवेश हो रहा है. टाटा स्टील द्वारा निवेशकों के लिए तैयार किये गये प्रेजेंटेशन में इसकी जानकारी दी गयी है. टाटा स्टील के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ फाइनांसियल ऑफिसर कौशिक चटर्जी ने शेयरधारकों को बताया है कि टाटा स्टील निवेश बढ़ाकर प्लांटों का विस्तार करने जा रही है.
टाटा स्टील के एमडी ने कहा – निवेश होगा
वित्तीय वर्ष 2023-24 में विपरीत परिस्थितियों में भी लगातार बेहतर काम किया जा रहा है. देश में स्टील की डिमांड बढ़ने वाली है. भारत में स्टील की क्षमता का दोगुना विस्तार होगा. -टीवी नरेंद्रन, एमडी सह सीइओ, टाटा स्टील

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