Tax Saving FD Schemes देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (SBI) ने हाल ही में बैंक सावधि जमा (Fixed Deposits) पर ब्याज दरों में वृद्धि की है. देश के कई प्रमुख निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा सावधि जमा की ब्याज दरों में वृद्धि के बाद यह कदम उठाया गया है. एसबीआई की ओर से बताया गया है कि संशोधित दरें 2 साल से अधिक की अवधि के लिए सावधि जमा पर लागू होंगी. साथ ही संशोधित दरें 2 करोड़ रुपये से कम के फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) निवेश पर लागू हैं.
बताया गया कि निवेशक लंबी परिपक्वता अवधि की अन्य सावधि जमा योजनाओं के साथ भी कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं. हालांकि, इस बात का ध्यान रखना होगा कि अगर एफडी अकाउंट मैच्योरिटी अवधि से पहले बंद कर दिया जाता है, तो उन्हें ब्याज लाभ नहीं मिलेगा. बता दें कि एसबीआई अपने ग्राहकों को निवेश के लिए बेहतर विकल्प जैसे सावधि जमा, आवर्ती जमा और बचत खाते जो कर लाभ के साथ सुरक्षित रिटर्न प्रदान करता हैं. अपने भविष्य को सुरक्षित करने और वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कम जोखिम लेने की स्कीम बनाने वाले निवेशकों के लिए निवेश विकल्प सबसे उपयुक्त हैं. एसबीआई 5 साल की लॉक-इन अवधि के साथ एफडी खाते प्रदान करता है.
– एसबीआई नेट बैंकिंग पोर्टल पर लॉग इन करें और सावधि जमा टैब पर जाएं. यहां ई-टीडीआर/ईएसटीडीआर एफडी (e-TDR/eSTDR FD) बटन पर क्लिक करें.
– ई-टीडीआर/ईएसटीडीआर एफडी विकल्प का चुनाव करके आगे बढ़ें बटन का चयन करें.
– इसके बाद आपको एफडी अकाउंट विकल्प का चुनाव करना होगा. यहां आपको निवेश की राशि का चयन करने की भी अनिवार्य होगा.
– नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ने और पूरी तरह से समझने के बाद स्वीकार करें.
– आखिर में अपना एसबीआई टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) खोलने के लिए सबमिट विकल्प पर क्लिक करें.
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