Tata Group: लगभग दो दशकों में पहली बार सार्वजनिक शेयर बिक्री के कारण टाटा समूह के शेयर हाल ही में सुर्खियों में रहे हैं. समूह के टाटा टेक्नोलॉजीज आईपीओ को न केवल जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, बल्कि शेयर की शुरुआत भी शानदार रही, लिस्टिंग के दिन शेयर की कीमत 180 प्रतिशत बढ़कर 1,400 रुपये हो गई, जबकि निर्गम मूल्य 500 रुपये प्रति था. शेयर करना. टाटा टेक्नोलॉजीज काउंटर पर निवेशकों की गहरी रुचि और टीसीएस (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) के चल रहे शेयर बायबैक कार्यक्रम को देखते हुए, समूह की कंपनियों के शेयर सुर्खियों में बने रहने की संभावना है. आईटी प्रमुख कंपनी 4,150 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 17,000 करोड़ रुपये के शेयर वापस खरीदने की प्रक्रिया में है. आज टाटा कंसल्टेंसी के शेयर (TCS) बाजार में धमाल मचा रहे हैं. टीसीएस के शेयर दोपहर दो बजे 0.053 प्रतिशत यानी 1.85 की तेजी के साथ 3,513.50 रुपये पर कारोबार कर रहा है. इस कंपनी का मार्केट कैप पिछले सबसे 19,027.07 करोड़ रुपये बढ़कर 12,84,180.67 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस सप्ताह भी कंपनी के शेयरों में तेजी जारी रहेगी.
टाटा मोटर्स में तेजी बरकरार
टाटा टेक्नोलॉजी के आईपीओ के बाजार में आने के बाद से टाटा मोटर्स के शेयरों में जारी तेजी अभी भी जारी है. कंपनी के शेयरों आज 0.36 प्रतिशत यानी 2.55 रुपये की तेजी के साथ 708 रुपये पर कारोबार कर रहा है. हालांकि, टाइटन को बाजार में गिरावट का सामना करना पड़ रहा है. कंपनी के शेयर दोपहर दो बजे 0.047 प्रतिशत यानी 1.65 रुपये की गिरावट के साथ 3,487.85 रुपये पर कारोबार कर रहा था. वहीं, बाजार में धूम मचा देने वाली टाटा टेक्नोलॉजी के शेयर की हालत अभी अच्छी नहीं है. आज दोपहर दो बजे कंपनी के शेयर 1.75 प्रतिशत यानी 21.30 रुपये गिरकर 1,199.30 रुपये पर कारोबार कर रहा है. लिस्ट होने के अगले दिन से ही कंपनी के शेयर में गिरावट देखने को मिल रही है. हालांकि, इसके बाद भी ब्रोकरेज फर्म और निवेशकों का भरोसा कंपनी में बना हुआ है.
टाटा पॉवर में क्यों आयी तेजी
Tata Power के शेयर में बड़ी तेजी देखने को मिली है. कंपनी के शेयर 2.12 प्रतिशत यानी 5.85 रुपये की तेजी के साथ 281.85 रुपये पर कारोबार कर रहा था. दरअसल, कंपनी ने बीकानेर-नीमराना पारिषण परियोजना का अधिग्रहण कर लिया है. इसका असर कंपनी के शेयर पर देखने के लिए मिल रहा है. बीकानेर-तीन नीमराना-दो ट्रांसमिशन लि. परियोजना विशेष उद्देश्यीय इकाई (एसपीवी) है. इस इकाई का गठन पीएफसी कंसल्टिंग ने किया है. टाटा ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने भारत में रिन्यूएबल एनर्जी के इंफ्रा को बढ़ावा देने के लिए बीकानेर-नीमराना पारेषण परियोजना का अधिग्रहण किया है. बिजली मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार शुल्क आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया में सफल बोली लगाने के बाद कंपनी को आशय पत्र प्राप्त हुआ. बीकानेर-नीमराना पारिषण परियोजना को टाटा कंपनी ने बनाओ, अपनाओ, चलाओ-सौंप दो (बीओओअी) आधार पर विकसित करेगी. इससे राजस्थान में बीकानेर परिसर से 7,700 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का पारेषण हो सकेगा. इस परियोजना में बीकानेर-तीन पूलिंग स्टेशन से नीमराना दो सबस्टेशन तक 340 किलोमीटर लंबे ट्रांसमिशन गलियारे की स्थापना शामिल है. टाटा पावर 35 साल तक ट्रांसमिशन परियोजना का रखरखाव करेगी. इसकी अनुमानित लागत 1,544 करोड़ रुपये है. इसके विशेष उद्देश्यीय इकाई के हस्तांतरण की तारीख से 24 महीने के भीतर चालू होने की उम्मीद है.