Economic Survey: संचार क्षेत्र में सुधार से 5G नेटवर्क में निवेश को मिलेगा बढ़ावा, इतनी बढ़ी डेटा खपत

Economic Survey 2022: सुधार के उपायों से ब्रॉडबैंड और दूरसंचार कनेक्टिविटी के प्रसार और पैठ को बढ़ावा मिलेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2022 3:58 PM

Economic Survey 2022: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में आम बजट (Union Budget 2022) पेश करने से पहले सोमवार (31 जनवरी 2022) को आर्थिक सर्वे 2021-22 (Economic Survey 2021-22) पेश किया. इसमें कहा गया है कि दूरसंचार क्षेत्र में सुधार किये गये हैं, जिससे 4जी प्रसार को बढ़ावा मिलेगा, तरलता या नकदी का प्रवाह बढ़ेगा और 5जी नेटवर्क में निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनेगा.

कोरोना काल में दूरसंचार क्षेत्र ने किया ‘उत्कृष्ट प्रदर्शन’

मोदी सरकार के आर्थिक सर्वे 2021-22 में कहा गया है कि कोरोना संबंधी चुनौतियों का सामना करने में दूरसंचार क्षेत्र के ‘उत्कृष्ट प्रदर्शन’ और ऑनलाइन शिक्षा एवं घर से काम (डब्ल्यूएफएच) के चलन से डेटा की खपत में भारी वृद्धि हुई. सुधार के उपायों से ब्रॉडबैंड और दूरसंचार कनेक्टिविटी के प्रसार और पैठ को बढ़ावा मिलेगा. इकॉनोमिक सर्वे में भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में ढांचागत और प्रक्रियागत सुधारों की रूपरेखा बताते हुए कहा गया है कि दूरसंचार अवसंरचना के विस्तार के अलावा सुधार लाने के लिए और भी कई कदम उठाये गये हैं.

दूरसंचार में सुधारों से बढ़ेगा कैश फ्लो

इसमें कहा गया, ‘सुधारों से 4जी प्रसार को बढ़ावा मिलेगा, नकदी का प्रवाह बढ़ेगा और 5जी नेटवर्क में निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनेगा.’ मजबूत और जिम्मेदार नियामकीय ढांचे ने उचित कीमतों पर सेवा की पहुंच को बनाए रखा है, सरकार ने उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने की दृष्टि से सेवाप्रदाताओं के बीच उचित प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए और उपाय भी किये हैं.

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सामाजिक-आर्थिक विकास को प्रभावित करने वाला शक्तिशाली सेक्टर

समीक्षा में कहा गया है कि दूरसंचार देश के सामाजिक और आर्थिक विकास को प्रभावित करने वाले सबसे शक्तिशाली क्षेत्रों में से एक है और इस क्षेत्र की का महत्व बहुत बढ़ गया है. यह कुल दूरसंचार उपभोक्ता आधार में वृद्धि, इंटरनेट उपभोक्ताओं और ब्रॉडबैंक कनेक्शनों की लगातार बढ़ती संख्या में नजर आता है. बीते कुछ वर्षों में भारत के दूरसंचार क्षेत्र में डेटा की भूमिका बहुत बढ़ गयी है, क्योंकि कड़ी प्रतिस्पर्धा से लागत कम हुई है और इससे डेटा इस्तेमाल और बढ़ गया है.

भारत में 11 गुणा बढ़ी वायरलेस डेटा की खपत

प्रत्येक डेटा उपभोक्ता का प्रतिमाह औसतन वायरलेस डेटा उपयोग वित्त वर्ष 2017-18 में 1.24 गीगाबाइट प्रतिमाह से बढ़कर चालू वित्त वर्ष में 14.1 गीगाबाइट मासिक हो गया है. मोबाइल टावरों की संख्या दिसंबर, 2021 में बढ़कर 6.93 लाख हो गयी है.

एजेंसी इनपुट के साथ

Posted By: Mithilesh Jha

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