रियायती दरों पर हवाई सफर करने वालों के लिए सरकार ने किया बड़ा ऐलान, देश के करोड़ों यात्रियों को होगा फायदा
लॉकडाउन के दौरान जून महीने में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग की वजह से किराये में बेतहाशा बढ़ोतरी रोकने के लिए अधिकतम सीमा तय की गयी थी, जबकि विमानन कंपनियों की परिचालन लागत सुनिश्चित करने के लिए निचली सीमा तय की गयी थी. बीते जून महीने में ही नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने घरेलू रूटों पर विमानों के किराये पर कैपिंग की घोषणा की थी. उस दौरान यह कैपिंग 24 अगस्त तक के लिए लागू थी, जिसे अब 3 महीने के लिए और बढ़ा दिया गया है. यानी अब नवंबर महीने तक देश की विमानन कंपनियां किराये में बढ़ोतरी नहीं कर सकती हैं.
नयी दिल्ली : रियायती दरों पर हवाई सफर करने की तमन्ना रखने वालों के लिए एक खुशखबरी है. नागर विमानन मंत्रालय ने घरेलू हवाई यात्रियों के लिए विमान यात्रा किराया बढ़ाने पर लगी रोक 24 नवंबर तक बढ़ा दी है. मंत्रालय की ओर से देश में कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए लॉकडाउन लगने के बाद विमानन कंपनियों को परिचालन की अनुमति मिलने के बाद 21 मई को इससे जुड़ा आदेश जारी किया गया था. इसमें हवाई यात्रा की दूरी के आधार पर किराये की श्रेणी निर्धारित की गयी थी. लॉकडाउन के दौरान ही मंत्रालय ने घरेलू विमान किराया बढ़ाने पर रोक लगायी थी और उड़ानों के किराये की अधिकतम तथा न्यूनतम सीमा तय की थी. सरकार के इस ऐलान के बाद देश के करोड़ों यात्रियों को फायदा होगा.
नवंबर तक किराया बढ़ोतरी पर लगी रोक
लॉकडाउन के दौरान जून महीने में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग की वजह से किराये में बेतहाशा बढ़ोतरी रोकने के लिए अधिकतम सीमा तय की गयी थी, जबकि विमानन कंपनियों की परिचालन लागत सुनिश्चित करने के लिए निचली सीमा तय की गयी थी. बीते जून महीने में ही नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने घरेलू रूटों पर विमानों के किराये पर कैपिंग की घोषणा की थी. उस दौरान यह कैपिंग 24 अगस्त तक के लिए लागू थी, जिसे अब 3 महीने के लिए और बढ़ा दिया गया है. यानी अब नवंबर महीने तक देश की विमानन कंपनियां किराये में बढ़ोतरी नहीं कर सकती हैं.
क्या है हवाई कैपिंग
नागर विमानन मंत्रालय की ओर से बीते जून महीने में 40 मिनट से कम अवधि वाले घरेलू फ्लाइट के लिए न्यूनतम किराया 2,000 रुपये और अधिकतम किराया 6,000 रुपये तय किया गया था. इसके साथ ही, 40 से 60 मिनट के लिए यह सीमा क्रमश: 2,500 रुपये और 7,500 रुपये था. 60 से 90 मिनट की फ्लाइट के लिए न्यूनतम किराया 3,000 रुपये और अधिकतम किराया 9,000 रुपये तय किया गया है.
इसी प्रकार, 90 से 120 मिनट के लिए यह सीमा 3,500 और 10,000 रुपये की है. 120 मिनट से 150 मिनट की अवधि वाले फ्लाइट्स के लिए किराया 4,500 रुपये से लेकर 13,000 रुपये के बीच निर्धारित की गयी है. 150 मिनट से लेकर 180 मिनट की फ्लाइट के लिए किराया कम से कम 5,500 रुपये और अधिकतम 15,570 रुपये रखा गया है.
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Posted By : Vishwat Sen
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