स्टोर में मौजूद हैं कई फर्जी मोबाइल ऐप, यूजर्स ने डाउनलोड किए तो खाते से गायब हो गए 4.3 करोड़ रुपये, कहीं आप भी तो नहीं…

वॉशिंगटन पोस्ट छपी खबर के मुताबिक, फिलिप क्रिस्टडदौलऔ (Phillipe Christodoulou) नाम के एक आदमी बिटकॉइन में आपना पैसा लगाया था, जिसका बैलेंस चेक करने के लिए उसने एप्पल ऐप स्टोर से Trezor नाम का ऐप सर्च किया, जिसका लोगो बिल्कुल Trezor की तरह ही था. इसके बाद उसके बैंक अकाउंट से 6 लाख डॉलर (करीब 4.3 करोड़ रुपये) की सेविंग्स खाली हो गई.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2021 1:24 PM

हम सभी फर्जी ऐप के बारे में सुनते आए हैं. ये ऐप्स आपके फोन के जरूरी डिटेल्स जैसे कान्टैक्ट नंबर, पासवर्ड, बैंक डिटेल्स, मैसेज आदि की जानकारी प्राइवेट पॉलिसी के जरिए बड़ी ही आसानी से हासिल कर लेते हैं और बस चंद मिनटों में आपका सारा पैसा आपके बैंक अकाउंट से खाली हो जाता है. इसलिए स्मार्टफोन यूजर्स हमेशा गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर जैसे सेफ साइट से किसी भी एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक शख्स ने एप्पल ऐप स्टोर से एक ऐप डाउनलोड किया, जो फर्जी निकला और इस चक्कर मे उसकी बैंक अकाउंट खाली हो गया.

क्या है मामला

वॉशिंगटन पोस्ट छपी खबर के मुताबिक, फिलिप क्रिस्टडदौलऔ (Phillipe Christodoulou) नाम के एक आदमी बिटकॉइन मे आपना पैसा लगाया था, जिसका बैलेंस चेक करने के लिए उसने एप्पल ऐप स्टोर से Trezor नाम का ऐप सर्च किया, जिसका लोगो बिल्कुल Trezor की तरह ही था. इतना ही नहीं, इस लोगो का बैकग्राउंड कलर भी बिलकुल असली ऐप जैसा ही था. इससे फिलिप को इस बात की भनक तक नहीं लगी कि एप्पल ऐप स्टोर में भी कोई फर्जी ऐप हो सकता है. उसने बिना कुछ सोचे यह ऐप डाउनलोड किया और अपनी डीटेल्स व बैंक डिटेल्स दर्ज कर दी. इसके बाद उसके बैंक अकाउंट से 6 लाख डॉलर (करीब 4.3 करोड़ रुपये) की सेविंग्स खाली हो गई.

यूजर ने लगाया एप्पल पर आरोप

किसी भी ऐप को इस तरह के सिक्योर स्टोर तक पहुंचने के लिए पहले एक रिव्यू प्रोसेस से गुजरना होता है. इसके बाद ही ऐप को सही माना जाता है. ऐप स्टोर की कोशिश रहती है कि वह कभी भी फेक ऐप्स को परमिशन न दे. फर्जी ऐप्स से बचने के लिए स्मार्टफोन यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे हमेशा गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें. फिलिप ने कहा, ‘ऐप्पल भी इस मामले में पूरी तरह जिम्मेदार है.’ बिना परमिशन के कैसे एक फर्जी ऐप स्टोर में आ सकता है.

क्रिप्टोकरेंसी नहीं बल्कि क्रिप्टोग्राफी ऐप है ये

मामले की जानकारी मिलने पर ऐपल ने कहा कि फेक ट्रेजर ऐप मेकर ने इसे क्रिप्टोकरेंसी नहीं, बल्कि क्रिप्टोग्राफी ऐप की तरह बनाया था. क्रिप्टोग्राफी ऐप आईफोन फाइल्स और स्टोर पासवर्ड को एनक्रिप्ट करता है. हालांकि, ऐप को जब सबमिट किया गया, तो वह क्रिप्टोकरेंसी ऐप में बदल गया और ऐपल इसे डिटेक्ट करने में फेल हो गया. फिलहाल, इस ऐप को स्टोर से हटा दिया है. इस ऐप को अब तक कई यूजर्स रिपोर्ट कर चुके हैं. ऐप को फेक क्रिप्टोकरेंसी ऐप के रूप में रिपोर्ट किया गया है.

Also Read: Indian Army ने लॉन्च किया WhatsApp से ज्यादा सुरक्षित SAI मैसेजिंग ऐप, जानिए पूरी डीटेल

Posted by : Vishwat Sen

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version