Loading election data...

ये म्यूचुअल फंड स्कीम हैं या एटीएम मशीन! रिटर्न देने में कभी रुकती ही नहीं

Mutual Fund Scheme: म्यूचुअल फंड मार्केट में इक्विटी स्कीम को स्टॉक मार्केट के मुकाबल कहीं अधिक सेफ माना जाता है. म्‍यूचुअल फंड अपने पोर्टफोलियो में स्‍टॉक की बजाए डाइवर्सिफिकेशन रखते हैं.

By KumarVishwat Sen | May 2, 2024 6:21 PM
an image

Mutual Fund Scheme: अगर आप नौकरी-पेशा, कारोबारी या किसान हैं और अपनी बचत के पैसों को जीवन खुशहाल बनाने के लिए कहीं निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो म्यूचुअल फंड स्कीम में पैसा लगाना बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. निवेश का सही ऑप्शन मिलने के बाद इक्विटी इन्वेस्टमेंट से आपका पैसा कुछ ही समय में कई गुणा तक बढ़ सकता है. इक्विटी में निवेश करने के दो ऑप्शन हैं. पहला स्टॉक मार्केट के जरिए कंपनियों के शेयरों में निवेश करने वाला है और दूसरा म्यूचुअल फंड स्कीम है. इसके जरिए भी इक्विटी स्कीम में पैसा निवेश किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड मार्केट में कई ऐसी स्कीम्स हैं, जो रिटर्न देने के मामले में एटीएम मशीन को भी फेल कर देती हैं. इनमें निवेश करने के बाद आदमी का पैसा कई गुणा बढ़ गया.

रिटायरमेंट लाइफ के लिए होता है फायदेमंद

म्यूचुअल फंड मार्केट में इक्विटी स्कीम को स्टॉक मार्केट के मुकाबल कहीं अधिक सेफ माना जाता है. फाइनेंशिलय टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, म्‍यूचुअल फंड अपने पोर्टफोलियो में स्‍टॉक की बजाए डाइवर्सिफिकेशन रखते हैं. म्यूचुअल फंड की एक स्‍कीम में अलग-अलग सेक्‍टर या अलग-अलग मार्केट कैप वाली कंपनियों के स्‍टॉक होते हैं. इस वजह से इसके पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफिकेशन मिलता है. इसका संचालन इन्वेस्टमेंट प्रोफेशनल के संरक्षण में किया जाता है. इसलिए निवेशकों को सिक्योरिटी मिलती है.

किस म्यूचुअल फंड स्कीम में पैसा लगाना बेहतर

एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड: वैल्यू रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार, निवेशक यदि एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड में निवेश करते हैं, तो उन्हें अच्छा रिटर्न मिलता है. इसकी शुरुआत 31 मार्च 1993 को की गई थी. लॉन्चिंग के बाद से इस फंड ने करीब 3801.58 फीसदी तक रिटर्न दिया है. वहीं, सालाना आधार पर देखा जाए, तो इसने लॉन्चिंग के बाद से सालाना 12.50 फीसदी का रिटर्न दिया है. अगर इस स्कीम के लॉन्‍च के बाद 10 हजार रुपये के निवेश पर रिटर्न का मूल्यांकन करने पर 3,90,157.90 रुपये का रिटर्न बनता है और फंड एसेट साइज करीब 21,976.26 करोड़ बन जाता है. इसका एक्‍सपेंस रेश्‍यो 1.64 फीसदी है. इस फंड में कम से कम 500 रुपये से एकमुश्‍त निवेश किया जा सकता है, जबकि एसआईपी में भी कम से कम 500 रुपये का निवेश किया जा सकता है.

आईसीआईसीआई प्रू एफएमसीजी फंड: रिपोर्ट के अनुसार, इस स्कीम की शुरुआत 31 मार्च 1999 को की गई थी. लॉन्चिंग के बाद से इस फंड ने 4449.80 फीसदी तक एबसॉल्‍यूट रिटर्न दिया है. इसके साथ ही, इसने सालाना 16.43 फीसदी सालाना रिटर्न दिया है. लॉन्चिंग के बाद 10 हजार रुपये के निवेश की वैल्यू 4,54,980 रुपये है. वहीं, इसका फंड एसेट साइज 1453.32 करोड़ रुपये का है. इसका एक्‍सपेंस रेश्‍यो 2.2 फीसदी है. इसमें कमसे कम 5000 रुपये के एकमुश्त भुगतान करके निवेश किया जा सकता है. वहीं, इसके एसआईपी में कम से कम 100 रुपये से निवेश किया जा सकता है.

Gold Rate Today: सोना हुआ सस्ता, चांदी का भाव बढ़ा, जानें आज की कीमत

एसबीआई कांट्रा फंड: इस फंड की शुरुआत 6 मई 2005 को हुई थी. लॉन्चिंग के बाद से इसने 2057.22 फीसदी तक एबसॉल्‍यूट रिटर्न दिया है. वहीं, लॉन्चिंग के बाद से इसने 17.55 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है. लॉन्चिंग के बाद से 10,000 रुपये के निवेश की वैल्‍यू 215721.70 रुपये तक पहुंच जाती है. इस फंड एसेट साइज 26776.87 करोड़ का है और इसका एक्‍सपेंस रेश्‍यो 1.6 फीसदी है. इसमें भी कम से कम 5000 रुपये का एकमुश्त भुगतान करके निवेश किया जा सकता है, जबकि इसके एसआईपी में कम से कम 500 रुपये से निवेश किया जा सकता है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Exit mobile version