SBI समेत इन बैंकों ने घटायी लोन की इंट्रेस्ट रेट, सस्ती दरों पर मिलेगा कार और गाड़ी खरीदने का Loan
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के बाद निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने होम लोन (Home loan) और कार लोन (Car loan) के ग्राहकों को राहत दी है. निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) 0.05 फीसदी कम की है. यह कटौती हर अवधि की एमसीएलआर पर की गयी है. बैंक की वेबसाइट के अनुसार, नयी दरें 8 जून से प्रभावी हैं.
नयी दिल्ली : देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के बाद निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने होम लोन (Home loan) और कार लोन (Car loan) के ग्राहकों को राहत दी है. निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) 0.05 फीसदी कम की है. यह कटौती हर अवधि की एमसीएलआर पर की गयी है. बैंक की वेबसाइट के अनुसार, नयी दरें 8 जून से प्रभावी हैं.
एचडीएफसी बैंक के अनुसार, एक दिन के लिए एमसीएलआर को कम कर 7.30 फीसदी जबकि एक महीने की अवधि के लिए 7.35 फीसदी किया गया है. एक साल की एमसीएलआर अब 7.65 फीसदी होगी. ज्यादातर उपभोक्ता कर्ज इसी से जुड़े होते हैं. वहीं, तीन साल की एमसीएलआर अब 7.85 फीसदी होगी. रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में कटौती के बाद अन्य बैंकों के एमसीएलआर में कटौती के बीच एचडीएफसी ने यह कदम उठाया है.
इसके अलावा, सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपने सभी ग्राहकों के लिए धन की एमसीएलआर ब्याज की दरों में कमी करने की बुधवार को घोषणा की. बैंक ऑफ बड़ौदा ने एमसीएलआर में 0.15 फीसदी और यूनियन बैंक आफ इंडिया ने 0.10 फीसदी की कमी की है. बैंक ऑफ बड़ौदा की कटौती 12 जून और यूनियन बैंक की 11 जून से प्रभावी होगी.
बैंक ऑफ बड़ौदा की एक विज्ञप्ति के अनुसार, एक वर्ष के कर्ज के लिए उसकी संशोधित एमसीएलआर 7.65 फीसदी होगी. अभी यह 7.80 फीसदी है. इसी तरह यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने एक साल के कर्ज पर अपनी एमसीएलआर 7.70 फीसदी से घटा कर 7.60 फीसदी कर दी है.
इससे पहले एसबीआई ने एमसीएलआर में 0.25 फीसदी की कटौती करने की घोषणा की थी. यह कटौती सभी तरह के लोन पर की गई है. नई दर के बाद एसबीआई का एमसीएलआर 1 साल के लिए घटकर 7.00 फीसदी रह गया है. इससे पहले यह दर एक साल के लिए 7.25 फीसदी थी. नयी दरें 10 जून 2020 से लागू हुई हैं.
एसबीआई ने एमसीएलआर में यह कटौती लगातार 13वीं बार की है. बैंक ने इसके अलावा अपने बेस रेट में भी कटौती करने की घोषणा की है. अब नयी दर 7.40 फीसदी रह गयी है. पहले बेस रेट 8.15 फीसदी था.
कोविड-19 महामारी और ‘लॉकडाउन’ से अर्थव्यवस्था को उबारने और उसे पटरी पर लाने के लिए आरबीआई मार्च से अबतक प्रमुख नीतिगत दर (रेपो) में 1.15 प्रतिशत की कटौती कर चुका है. बैंक हर महीने अपनी एमसीएलआर की समीक्षा करते हैं.
Posted By : Vishwat Sen