LPG Subsidy News: खुशखबरी! अब साल में तीन गैस सिलेंडर मुफ्त, इन लोगों को होगा फायदा
LPG Subsidy News: खुदरा महंगाई आठवें आसमान पर है, लेकिन उत्तराखंड (Uttarakhand) के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी आयी है. उन्हें साल में तीन सिलेंडर मुफ्त मिलने वाले हैं. जी हां. बिना पैसा दिये तीन-तीन सिलेंडर मिलेंगे.
LPG Subsidy News: खुदरा महंगाई आठवें आसमान पर है, लेकिन उत्तराखंड (Uttarakhand) के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी आयी है. उन्हें साल में तीन सिलेंडर मुफ्त मिलने वाले हैं. जी हां. बिना पैसा दिये तीन-तीन सिलेंडर मिलेंगे. उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने इस योजना पर मुहर भी लगा दी है.
मुफ्त में तीन एलपीजी सिलेंडर
उत्तराखंड में चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने वादा किया था कि प्रदेश में अगर फिर से उनकी सरकार बनी, तो गरीब परिवारों को साल में तीन एलपीजी सिलेंडर बिल्कुल मुफ्त में दिये जायेंगे. पुष्कर सिंह धामी चुनाव हारकर भी मुख्यमंत्री बने हैं और उन्होंने राज्य के लोगों से किया गया चुनावी वादा निभाया है. हालांकि, कांग्रेस को धामी सरकार का यह फैसला रास नहीं आया है.
55 करोड़ रुपये का बढ़ेगा बोझ
पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट ने तीन फ्री गैस सिलेंडर योजना पर मुहर लगा दी है. इससे राज्य के खजाने पर 55 करोड़ रुपये प्रति वर्ष का बोझ बढ़ेगा. धामी सरकार के इस फैसले का लाभ 1.84 लाख लोगों को मिलेगा. कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए चीफ सेक्रेटरी एसएस संधु ने बताया कि स्कीम का लाभ केवल अंत्योदय कार्डधारकों को मिलेगा, जिनकी संख्या प्रदेश में करीब एक लाख 84 हजार है.
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कांग्रेस ने उठाये सवाल
कांग्रेस ने धामी सरकार के इस फैसले को गरीब परिवारों के साथ धोखा करार दिया है. चकराता के कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने विजन डॉक्यूमेंट में गरीब परिवारों को फ्री गैस सिलेंडर देने की बात कही थी. अब इसे अंत्योदय कार्ड धारकों तक सीमित कर दिया है. सरकार के इस फैसले से लाखों गरीब परिवारों को निराशा हुई है.
किसको कहते हैं गरीब?
प्रीतम सिंह ने कहा कि लाखों परिवार हैं, जिनकी कमाई 15 हजार रुपये से कम है. लेकिन, सरकार ने गरीब की बजाय अंत्योदय परिवारों को फ्री सिलेंडर देने की बात कही है. हालांकि, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों को ही गरीब माना जाता है. अंत्योदय कार्डधारकों को सरकार महीने में 35 किलो राशन देती है, जिसमें तीन रुपये किलो चावल और दो रुपये किलो गेहूं दिया जाता है.
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