Tomatoes Price: देश में टमाटर के भाव आसमान छू रहा है. टमाटर के साथ-साथ हरी सब्जियों के दाम भी इस कदर बढ़ रहे हैं कि आम लोगों की थालियों से सब्जियां गायब होने लगे हैं. वहीं, टमाटर के भाव बेतहाशा चढ़ते देख सरकार ने रियायती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू कर दी है. सहकारी समितियों एनसीसीएफ और नेफेड ने टमाटर की ऊंची कीमतों से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए शुक्रवार को दिल्ली और उसके आसपास क्षेत्रों तथा पटना में 90 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर टमाटर बेचना शुरू कर दिया.
टमाटर के बढ़ते भाव को देखते हुए भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) केंद्र की ओर से टमाटर बेच रहे हैं. गौरतलब है कि बीते कुछ हफ्तों से, टमाटर की खुदरा कीमत में काफी तेज से बढ़ी है. बेमौसम भारी बारिश के कारण देश के कई हिस्सों में शुक्रवार को टमाटर की खुदरा कीमत 244 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई. एनसीसीएफ की प्रबंध निदेशक एनीस जोसेफ चंद्रा ने बताया कि शाम तक 17000 किलोग्राम टमाटरों में से लगभग 80 फीसदी बिक गए. हम कल से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में इसकी पहुंच और मात्रा बढ़ाएंगे.
खूब बिके सस्ते टमाटर
उन्होंने कहा कि प्रतिक्रिया अच्छी रही और कुछ जगहों पर छूट वाले टमाटर खरीदने के लिए कतार लगी थी. करोल बाग, पटेल नगर, पूसा रोड, सीजीओ कॉम्प्लेक्स, नेहरू प्लेस, आदर्श नगर, वजीरपुर में जेजे स्लम और ढोढ़ापुर शिव मंदिर जैसे क्षेत्रों में लगभग 20 मोबाइल वैन भेजी गईं. उन्होंने बताया कि नोएडा में तीन मोबाइल वाहन नोएडा सेक्टर-78 और ग्रेटर नोएडा के पास परी चौक पर भेजे गए. चंद्रा ने कहा, हम ‘ए’ ग्रेड निर्यात गुणवत्ता वाले टमाटर बेच रहे हैं. कल से मात्रा बढ़ाकर 20000 किलोग्राम से अधिक कर दी जाएगी.
सस्ती दर पर टमाटर बिक्री
उन्होंने यह भी कहा के रविवार से एनसीसीएफ राष्ट्रीय राजधानी में लगभग 100 केंद्र भंडार बिक्री केंद्र के माध्यम से टमाटर बेचना शुरू कर देगा. जब तक कीमतें स्थिर नहीं हो जातीं, टमाटर की रियायती बिक्री जारी रहेगी. चंद्रा ने कहा कि एनसीसीएफ दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में 400 से अधिक सफल खुदरा दुकानों के माध्यम से रियायती दरों पर टमाटर की बिक्री के लिए मदर डेयरी के साथ भी बातचीत कर रहा है. दूसरी ओर, नेफेड ने भी बिहार के पटना में 90 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर टमाटर बेचना शुरू कर दिया.
नेफेड के अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह ने कहा, 20 टन टमाटर से भरा एक ट्रक आज पटना पहुंचा. हम वहां सरकार द्वारा निर्धारित 90 रुपये प्रति किलो की दर पर इसे बेच रहे हैं. उन्होंने कहा कि सहकारी समिति ने आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले से 115 रुपये प्रति किलोग्राम पर टमाटर खरीदा है. उन्होंने कहा, ‘‘पटना तक टमाटर की ढुलाई लागत को मिलाकर कुल 121 रुपये प्रति किलो का खर्च आ रहा है. ये सारा घाटा केंद्र सरकार उठाएगी.
किस राज्य में टमाटर की कितनी कीमत
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को टमाटर का औसत अखिल भारतीय खुदरा मूल्य 116.76 रुपये प्रति किलोग्राम था, जबकि अधिकतम दर 244 रुपये प्रति किलोग्राम और न्यूनतम दर 40 रुपये प्रति किलोग्राम थी. महानगरों में, बृहस्पतिवार को दिल्ली में टमाटर 178 रुपये प्रति किलो था, इसके बाद मुंबई में 147 रुपये प्रति किलो, कोलकाता में 145 रुपये प्रति किलो और चेन्नई में 132 रुपये प्रति किलो था. टमाटर की कीमतें आम तौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर की अवधि के दौरान बढ़ती हैं. ये आम तौर पर कम उत्पादन वाले महीने होते हैं. मानसून के कारण आपूर्ति में व्यवधान की वजह से इस सब्जी की कीमतों में तेज वृद्धि हुई है.
भीषण गर्मी से सब्जियां हुईं महंगी
बता दें, देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी के कारण खेतों में सब्जियां सूख गई हैं. सब्जियों की फसल को अत्यधिक नुकसान पहुंचा है. इस कारण सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. यह बातें राज्य सरकार की टास्क फोर्स मार्केटिंग कमेटी के वरिष्ठ सदस्य रवींद्रनाथ कोले ने कही हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले 10 से 15 दिनों के भीतर सब्जियों की बढ़ी हुई कीमत कम हो सकती है. वहीं, इस दौरान कालाबाजारी रोकने के लिए टास्क फोर्स की ओर से महानगर के विभिन्न बाजारों पर नजर रखी जा रही है. टास्क फोर्स के सदस्य कोलकाता पुलिस के साथ मिल कर बाजारों में अभियान चलाते हैं. इस वक्त बंगाल ही नहीं, देश के कई राज्यों में भी सब्जियों की कीमत बढ़ी हुई है.
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