Trade War का खतरा कम होने पर कारोबारियों ने रुपये पर लगाए दांव, डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे मजबूत
अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध के जोखिमों के कम होने से कारोबारियों ने भारतीय मुद्रा रुपये पर दांव लगाये. मंगलवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे मजबूत होकर 75.63 के स्तर पर बंद हुआ.
मुंबई : अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध के जोखिमों के कम होने से कारोबारियों ने भारतीय मुद्रा रुपये पर दांव लगाये. मंगलवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे मजबूत होकर 75.63 के स्तर पर बंद हुआ. दरअसल, मंगलवार को एक अमेरिकी अधिकारी यह कहा कि उनका देश चीन के खिलाफ किसी भी प्रकार की दंडात्मक कार्रवाई की योजना नहीं बना रहा है. उनके इस बयान का मुद्रा बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा और कारोबारियों का रुझान भारतीय मुद्रा की ओर बढ़ा. अमेरिकी डॉलर में प्रमुख एशियाई मुद्राओं और यूरो के मुकाबले गिरावट आयी.
Also Read: चीन-अमेरिका में Trade War छिड़ने के डर से डॉलर के सामने पस्त पड़ा रुपया, 64 पैसे का लगा गया गोता
मु्द्रा कारोबारियों ने कहा कि रुपया एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है, क्योंकि उस पर विदेशी निवेश के बाहर जाने और कोरोना वायरस प्रकोप के चलते दबाव बना हुआ है. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 75.62 पर खुला और अपने पिछले बंद भाव से करीब 10 पैसे की वृद्धि दर्ज करते हुए 75.63 पर बंद हुआ. दिन के कारोबार के दौरान रुपये ने 75.50 का उच्चतम स्तर और 75.72 का निचला स्तर छुआ. रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 75.73 पर बंद हुआ था.
मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कोविड-19 महामारी और अमेरिका-चीन तनाव के चलते रुपये पर दबाव बना हुआ है. कोटक सिक्योरिटीज में मुद्रा डेरिवेटिव और ब्याज दर डेरिवेटिव्स के अनिंद्य बनर्जी ने कहा कि अमेरिका ने चीन को दंड देने के लिए भारी शुल्क लगाने और कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. जब तक इस तरह की बयानबाजी जारी रहेगी, एशियाई मुद्राओं के साथ-साथ चीनी युआन में भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिरावट आ सकती है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना वायरस से भारत में अब तक 1,568 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और मंगलवार को संक्रमण के मामलों की संख्या 46,433 हो गयी है. दुनिया भर में इस बीमारी से संक्रमण की संख्या 36 लाख से अधिक हो गयी और मरने वालों की संख्या 2.51 लाख हो गयी है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.