12वीं बजटपूर्व चर्चा बैठक : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विशेषज्ञों के साथ की बैठक, बुनियादी ढांचा और ऊर्जा पर की बातचीत
Union Budget 2021-22 : केंद्र सरकार फरवरी में पेश होने वाली केंद्रीय बजट 2021-22 की तैयारियों में जुट गई है. इसी सिलसिले में सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजटपूर्व चर्चा के लिए आयोजित 12वीं बैठक में विशेषज्ञों के साथ बातचीत की. इस बैठक में उन्होंने विशेषज्ञों के साथ बुनियादी ढांचा, ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा की. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पर लोगों की सलाह लेने के लिए बीते 14 दिसंबर से ही स्टेकहोल्डर्स के साथ बातचीत कर रही हैं. देश में कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव की वजह से इसके लिए वर्चुअल बैठकें आयोजित की जा रही हैं.
Union Budget 2021-22 : केंद्र सरकार फरवरी में पेश होने वाली केंद्रीय बजट 2021-22 की तैयारियों में जुट गई है. इसी सिलसिले में सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजटपूर्व चर्चा के लिए आयोजित 12वीं बैठक में विशेषज्ञों के साथ बातचीत की. इस बैठक में उन्होंने विशेषज्ञों के साथ बुनियादी ढांचा, ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा की. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पर लोगों की सलाह लेने के लिए बीते 14 दिसंबर से ही स्टेकहोल्डर्स के साथ बातचीत कर रही हैं. देश में कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव की वजह से इसके लिए वर्चुअल बैठकें आयोजित की जा रही हैं.
Delhi: Union Finance Minister Nirmala Sitharaman holds 12th Pre-Budget consultations with leading experts in infrastructure, energy and climate change in connection with the forthcoming Union Budget 2021-22. pic.twitter.com/IrEXZD5z2U
— ANI (@ANI) December 21, 2020
बता दें कि अगले साल 1 फरवरी 2021 को देश का आम बजट 2021-22 पेश किया जाएगा. इसकी तैयारियों के लिए सरकार की ओर से हर साल विभिन्न स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठकें करके चर्चा की जाती है. इन बैठकों में आगामी बजट को सुझाव लिए जाते हैं और उन सुझावों पर चर्चा की जाती है.
इस साल कोरोना वायरस महामारी से देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है. ऐसे में, बजट का महत्व और भी बढ़ गया है. महामारी की वजह से सभी बजटपूर्व बैठकें वर्चुअली ही बुलाई जा रही हैं. सरकार ने आम लोगों से भी बजट 2021 के लिए सुझाव मांगे थे. इसके साथ ही, बजट 2021-22 की चर्चाओं में लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने माई गॉव प्लेटफॉर्म पर सुविधा उपलब्ध कराई गई थी.
वित्त मंत्री ने कहा था कि 2021-22 का बजट आर्थिक वृद्धि की गति को बनाए रखने पर केंद्रित होगा. इसके लिए बुनियादी ढांचे पर सार्वजनिक व्यय जारी रखने के साथ आर्थिक गतिविधियों की रफ्तार बनाए रखने पर जोर दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण विनिवेश पर असर पड़ा है लेकिन उसकी गति आने वाले महीनों में तेज होगी.PM Kisan : नए साल से पहले किसानों के खाते में आ जाएंगे 2000 रुपये की 7वीं किस्त, पीएम मोदी ने बताई ये तारीख
Posted By : Vishwat Sen
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