Union Budget 2023 : 1 फरवरी को पेश होगा देश का बजट, जानें क्या है बजट और कैसे किया जाता है इसका निर्माण

आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि जो बजट फरवरी माह में प्रस्तुत हो रहा है उसको बनाने की प्रक्रिया अगस्त-सितंबर महीने से शुरू हो जाती है.

By Rajneesh Anand | January 31, 2023 12:57 PM
an image

Union Budget 2023 : एक फरवरी को देश का आम बजट पेश किया जायेगा. यह बजट वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए होगा. जब भी बजट का समय आता है, कई लोगों के मन में यह सवाल खड़े होते हैं कि आखिर बजट क्या होता है और इसके निर्माण की प्रक्रिया क्या है? हम आपको इस आलेख के जरिये बहुत ही आसान शब्दों में यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि बजट क्या है और इसका निर्माण कैसे होता है.

बजट क्या है?

बजट का अर्थ है आय-व्यय का ब्यौरा. वित्तीय वर्ष 2023-24 में क्या खर्च होना है और देश को आय कहां से होगा, इसकी पूरी जानकारी बजट में दी जायेगी. किसी देश के बजट में इसी बात का प्रावधान होता है. अगर हम अपने घर में भी कोई छोटी सी योजना बनाते हैं तो उसका बजट तैयार किया जाता है. पैसा किस मद में खर्च होगा, उसके लिए पैसे कहां से आयेंगे, इन बातों का पूरा ध्यान रखा जाता है. वैसे ही एक देश का बजट भी तैयार किया जाता है.

कैसे तैयार किया जाता है बजट

बजट तैयार करने की प्रक्रिया काफी गोपनीय होती है. इस प्रक्रिया में जो लोग मुख्य रूप से जुड़े होते हैं वे योजना आयोग, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक, प्रशासनिक मंत्रालय एवं वित्त मंत्रालय के होते हैं. आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि जो बजट फरवरी माह में प्रस्तुत हो रहा है उसको बनाने की प्रक्रिया अगस्त-सितंबर महीने से शुरू हो जाती है. वित्त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग में एक बजट प्रभाग होता है, जो सभी मंत्रालयों, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों, स्वायत्त निकायों और रक्षाबलों को सर्कुलर जारी करता है. जिसमें उनसे आगामी वित्तीय वर्ष में उनके खर्चे का अनुमान करते हुए उनसे जरूरी फंड बताने के लिए कहा जाता है. फिर उस अनुमानित खर्चे पर चर्चा होती है. उसके बाद बजट प्रभाग राजस्व विभाग, उद्योग संघों, वाणिज्य मंडलों, किसान संघों, ट्रेड यूनियनों, अर्थशास्त्रियों जैसे अलग-अलग क्षेत्रों के एक्सपर्ट से सलाह और चर्चा करते हुए बजट का प्रावधान तैयार करते हैं.

वित्तमंत्री बजट पर प्रधानमंत्री से करते हैं परामर्श

बजट तैयार हो जाने के बाद वित्तमंत्री उसकी जांच करते हैं. साथ ही वित्तमंत्री बजट में आवश्यक संशोधन भी करते हैं. तैयार बजट पर वित्तमंत्री प्रधानमंत्री की सलाह लेते हैं और जरूरी हुआ तो बजट में संशोधन भी किया जाता है. वित्तमंत्री केंद्रीय मंत्रिमंडल से भी सलाह लेते हैं. जरूरी संशोधनों के बाद बजट का फाइनल स्वरूप तैयार किया जाता है और उसे स्वीकृति के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा जाता है. राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद लोकसभा में बजट प्रस्तुत किया जाता है.

बजट का उद्देश्य क्या है

भारत में एक लोककल्याणकारी सरकार है, जिसका उद्देश्य देश की जनता का विकास करना है. इसके लिए सरकार अर्थव्यवस्था में विभिन्न प्रकार से हस्तक्षेप करती है. इसके लिए सरकार इनकम के साधन बढ़ाते हुए अलग-अलग स्कीम के लिए फंड रिलीज करती है. साथ ही अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए भी सरकार योजनाएं बनाती हैं. नागरिकों को बेहतर जीवन स्तर उपलब्ध कराने के लिए सरकार उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का कार्य करती है. साथ ही नागरिकों की आर्थिक स्थिति में सुधारने के लिए गरीबी और बेरोजगारी को कम करने के लिए भी योजनाएं बनाती है.देश में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देना भी सरकार के मुख्य काम में से एक है और इसके लिए सरकार बजट में प्रावधान करती है.

Also Read: अनिल अंबानी को IT के नोटिस पर हाईकोर्ट ने उठाए सवाल, कहा – कोई कैसे जानेगा कि सरकार भविष्य में क्या करेगी?

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Exit mobile version