UPI ATM: भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. लोग कैश के बजाय मोबाइल वॉलेट या यूपीआई के इस्तेमाल से वित्तीय लेन-देन करना ज्यादा पसंद करते हैं. भारत डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर काम कर रहा है. साथ ही, लोगों को भी जागरुक किया जा रहा है. अब इस मामले में तकनीक ने भी रफ्तार पकड़ ली है. जल्द ही, ऐसी एटीएम मशीन आने वाली है जिससे बिना एटीएम कार्ड के पैसे निकाला जा सकेगा. नये भारत की इस तरक्की का वीडियो महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है.
क्या कार्ड कंपनियों की बढ़ेगी टेंशन
आंनद महिंद्रा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा कि इस यूपीआई एटीएम का 5 सितंबर को मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2023 में अनावरण किया गया था. जिस गति से भारत वित्तीय सेवाओं का डिजिटलीकरण कर रहा है और उन्हें कॉर्पोरेट-केंद्रित के बजाय उपभोक्ता-केंद्रित बना रहा है. क्या ये क्रेडिट कार्ड कंपनियों के लिए खतरे की घंटी? हालांकि, उन्होंने इसके गलत इस्तेमाल को लेकर एक चिंता भी जाहिर की थी. उन्होंने लिखा कि मुझे बस यह सुनिश्चित करना है कि मैं अपना सेलफोन गलत जगह पर न रखूं. दरअसल, इस एटीएम को फोन से स्कैन करके इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे एटीएम के गलत इस्तेमाल के जोखिम को लेकर लोग शंका जाहिर कर रहे हैं.
हिताची पेमेंट सर्विसेज ने लॉच किया ये एटीएम
इस एटीएम को हिताची पेमेंट सर्विसेज ने नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के साथ मिलकर लॉच किया है. ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2023 में एनपीसीआई के द्वारा डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए कई उत्पादों को लॉच किया गया है. इसमें से एक उत्पाद हेलो यूपीआई भी है. इसके जरिए कोई भी व्यक्ति बोलकर अपना पेमेंट कर सकता है. इस एप के जरिये फोन कॉल और आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) उपकरणों के माध्यम से हिंदी और इंग्लिश में अपनी आवाज से यूपीआई पेमेंट कर सकते हैं. बाजार के जानकार बताते हैं कि यूपीआई को और अधिक पॉपुलर बनाने में हेलो यूपीआई एक बड़ा गेम चेंजर हो सकता है. बताया जा रहा है कि जल्द ही हेलो यूपीआई को जल्द ही देश की अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराया जाएगा.
कैसे काम करता है यूपीआई एटीएम
UPI ATM के इस्तेमाल से जुड़ा एक डेमे वीडियो आनंद महिंद्रा के द्वारा ट्वीट किया गया है. इसमें दिखाया जाता है कि एटीएम मशीन की स्क्रीन पर यूपीआई के विकल्प का चुनाव करें. इसके बाद, अपना मोबाइल निकालकर क्यूआर कोड को अपने मोबाइल से स्कैन करें. मोबाइल पर क्यूआर कोड स्कैन करते ही आपको यूपीआई ऐप का ऑप्शन और बैंक अकाउंट के बारे में पूछा जाएगा. इसके बाद, सामान्य यूपीआई लेनदेन की तरह इसमें भी यूपीआई के पिन डालकर पुष्टि करें. इस सेवा का लाभ लेने के लिए आपके पास स्मार्टफोन और यूपीआई इनेबल एप का होना जरूरी है.
यूपीआई क्या होता है?
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) एक भारतीय वित्तीय प्रणाली है जो व्यक्तिगत और व्यापारिक लेनदेन को आसान बनाने के लिए डिजाइन की गई है. यह एक तेज, सुरक्षित और स्थायी तरीके से विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के बीच वित्तीय लेन-देन को संभालता है. UPI भारत में डिजिटल वित्तीय सेवाओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका उपयोग लोगों के बीच लेन-देन को सुरक्षित और सरल बनाने के लिए होता है. UPI उपयोगकर्ताओं को अपने व्यक्तिगत और व्यापारिक खातों से अन्य उपयोगकर्ताओं के खातों में पैसे भेजने और लेन-देन करने की सुविधा प्रदान करता है. एप और डिजाइन को उपयोगकर्ता अनुकूल बनाने के लिए विभिन्न उपयोगकर्ता अनुफानों को प्रदान करती है. UPI के माध्यम से पैसे भेजना और प्राप्त करना बहुत ही तेज और सरल है. ये विभिन्न भारतीय भाषाओं में समर्थन करती है, जिससे व्यक्तिगत और व्यापारिक लेन-देन बहुत आसान होता है.
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