Covid-19 का वैक्सीन जल्द ही बाजार में उतार सकता है अमेरिका, 27 जुलाई से फाइनल ह्यूमैन टेस्ट
Coronavirus महामारी से जंग लड़ रही दुनिया में Covid-19 के वैक्सीन को लेकर अमेरिका से एक नयी उम्मीद जगी है. कोरोना वायरस का वैक्सीन तैयार करने में जिस तत्परता के साथ वह जुटा है, उससे यही लगता है कि वह भारत और रूस से पहले अमेरिका ही दुनिया भर के बाजारों में कोविड-19 का वैक्सीन लॉन्च कर सकता है. इसका कारण यह है कि अमेरिका की बायोटेक कंपनी मॉडर्ना ने कोविड-19 का वैक्सीन तैयार कर लिया है और इसी महीने की 27 जुलाई से उस वैक्सीन का फाइनल ह्यूमैन ट्रायल भी शुरू होने वाला है. हालांकि, भारत और रूस ने भी कोविड-19 के जिन टीकों को इजाद किया है, उनका भी ह्यूमैन ट्रायल शुरू हो गया है, लेकिन फाइनल स्टेज तक अभी कोई नहीं पहुंचा है.
Coronavirus महामारी से जंग लड़ रही दुनिया में Covid-19 के वैक्सीन को लेकर अमेरिका से एक नयी उम्मीद जगी है. कोरोना वायरस का वैक्सीन तैयार करने में जिस तत्परता के साथ वह जुटा है, उससे यही लगता है कि वह भारत और रूस से पहले अमेरिका ही दुनिया भर के बाजारों में कोविड-19 का वैक्सीन लॉन्च कर सकता है. इसका कारण यह है कि अमेरिका की बायोटेक कंपनी मॉडर्ना ने कोविड-19 का वैक्सीन तैयार कर लिया है और इसी महीने की 27 जुलाई से उस वैक्सीन का फाइनल ह्यूमैन ट्रायल भी शुरू होने वाला है. हालांकि, भारत और रूस ने भी कोविड-19 के जिन टीकों को इजाद किया है, उनका भी ह्यूमैन ट्रायल शुरू हो गया है, लेकिन फाइनल स्टेज तक अभी कोई नहीं पहुंचा है.
अमेरिका की बायोटेक कंपनी मॉडर्ना का दावा है कि कोविड-19 के इस वैक्सीन का पहला ह्युमैन ट्रायल बहुत ही शानदार तरीके से सफल रहा. करीब 45 लोगों को यह वैक्सीन लगाया गया, जिसके बाद उन लोगों में यह दवा इम्युन पैदा करने में सफल रही है और इसे सुरक्षित भी पाया गया. कंपनी ने यह भी दावा किया है कि इस वैक्सीन ने हरेक आदमी के अंदर कोरोना से जंग लड़ने के लिए एंटीबॉडी विकसित भी किया.
इसकी सबसे बड़ी खासियत यह सामने आयी है कि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं हो रहा, जिससे इसके क्लीनिकल ट्रायल को बीच में रोकना पड़े. मरीजों में अगर शुरुआती दौर में ही एंटीबॉडी बनता है, तो इसे बड़ी सफलता मानी जाती है. इस टेस्ट में जिन 45 लोगों को शामिल किया गया, उनकी उम्र 18 से 55 साल के बीच रही. अब कोरोना वायरस वैक्सीन के लेट स्टेज ट्रायल की तैयारी कर रही है.
कंपनी के अनुसार, 27 जुलाई के आसपास इस ट्रायल को शुरू किया जा सकता है. मॉडर्ना ने कहा कि वह अमेरिका के 87 स्टडी लोकेशन पर इस वैक्सीन के ट्रायल का आयोजन करेगी. माना जा रहा है कि तीसरे चरण के ट्रायल के सफल होने के बाद कंपनी कोई बड़ी घोषणा कर सकती है. वैक्सीन की खोज करने वाले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अलर्जी एंड इन्फेक्शस डिजीज के निदेशक डॉ एंटोनी फौसी ने इसके आए परिणामों से बेहद प्रसन्न हैं और उन्होंने इसे दुनिया के लिए खुशखबरी बताया है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन से कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं हुआ और इसने काफी ऊंचे स्तर का एंटीबॉडी पैदा किया है.
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Posted By : Vishwat Sen
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