Uttarakhand Tunnel Rescue: उत्तरकाशी टनल हादसे में अदाणी ग्रुप का बयान, अपनी कंपनी को लेकर बतायी ये सच्चाई
अदाणी समूह के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा कि सुरंग के निर्माण में शामिल कंपनी में समूह का कोई स्वामित्व या हिस्सेदारी नहीं है. हम स्पष्ट करते हैं कि अदाणी समूह या उसकी किसी अनुषंगी कंपनी की सुरंग के निर्माण में किसी भी प्रकार की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भागीदारी नहीं है.
Uttarakhand Tunnel Rescue: उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे मजदूरों का रेस्कयू ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है. इस बीच, सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल होने लगा कि इस टनल का निर्माण अदाणी समूह के द्वारा किया जा रहा है. इसपर कंपनी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उद्योगपति गौतम अदाणी के समूह ने कहा कि उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग के निर्माण में उनकी कोई प्रत्यक्ष या परोक्ष भागीदारी नहीं है. सुरंग का एक हिस्सा ढहने के बाद से 41 मजदूर उसमें अभी तक फंसे हुए हैं. अदाणी समूह के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा कि सुरंग के निर्माण में शामिल कंपनी में समूह का कोई स्वामित्व या हिस्सेदारी नहीं है. प्रवक्ता ने कहा कि हम स्पष्ट करते हैं कि अदाणी समूह या उसकी किसी अनुषंगी कंपनी की सुरंग के निर्माण में किसी भी प्रकार की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भागीदारी नहीं है. हम यह भी स्पष्ट करते हैं कि सुरंग के निर्माण में शामिल कंपनी में हमारी कोई हिस्सेदारी नहीं है. यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था. इससे उसमें काम कर रहे 41 मजदूर फंस गए. उन्हें बाहर निकालने के लिए युद्ध स्तर पर कई एजेंसियां बचाव अभियान चला रही हैं. अदाणी समूह ने उसका नाम इस हादसे से जोड़े जाने की कड़ी निंदा की और कहा कि इस समय हमारी संवेदनाएं फंसे हुए मजदूरों तथा उनके परिवारों के साथ हैं.
कैसे आया अदाणी ग्रुप का नाम
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा मार्ग पर सिलक्यारा सुरंग का निर्माण हैदराबाद की नवयुग इंजीनियर कंपनी लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है. हालांकि, इस पूरे प्रकरण में अदाणी ग्रुप का नाम तब सामने आया जब, ये पता चला कि अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) और नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी ने 15 मई 2020 को 74:26 के अनुपात में ‘विजयवाड़ा बाईपास प्रोजेक्ट’ नाम से एक नई कंपनी बनाई थी. हालांकि, मामले में अदाणी ग्रुप की तरफ से साफ कर दिया गया है कि उसके या किसी साझेदार कंपनी का इस प्रोजेक्ट से कोई लेना देना नहीं है. बता दें कि 12 नवंबर को इस सुरंग का हिस्सा भूस्खलन के कारण गिर गया था. इसमें 41 मजदूर फंसे हुए हैं. जिनके रेस्क्यू का काम तेजी से किया जा रहा है.
पीएम मोदी ले रहे हैं रेस्क्यू की पूरी जानकारी
इधर, उत्तरकाशी रेस्क्यू ऑपरेशन पर पीएम मोदी लगातार नजर बनाए हुए हैं. पीएमओ की ओर से रेस्क्यू को लेकर अपडेल समय-समय पर लिया जाता रहा है. इसी कड़ी में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव डॉ पीके मिश्रा ने सिलक्यारा पहुंचकर पिछले दो सप्ताह से फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव कार्यों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने ग्राफिक प्रेजेंटेशन और मैपिंग के जरिये साढ़े चार किलोमीटर लंबी निर्माणाधीन सुरंग की भौगोलिक स्थिति को समझा. प्रमोद कुमार मिश्र ने सुरंग के अंदर चल रहे बचाव कार्य की बारीकियों को समझा और अधिकारियों के साथ ही इस काम में जुटे इंजीनियर और श्रमिकों से बात करके उनका हौसला बढ़ाया.
अदाणी ग्रुप के शेयर चमके
इस बीच आज भारतीय शेयर बाजार में अदाणी ग्रुप के शेयर में तूफानी तेजी देखने को मिली. ग्रुप के शेयर 20 प्रतिशत तक उछल गए. अदाणी पावर के शेयर आज बढ़त के साथ खुले और एनएसई पर ₹428 के नए सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गए. अदाणी पोर्ट्स का शेयर मूल्य आज बढ़त के साथ खुला और एनएसई पर इंट्राडे में ₹826 प्रति शेयर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जो शुक्रवार को ₹795.55 प्रति शेयर के बंद स्तर के मुकाबले लगभग 4 प्रतिशत इंट्राडे बढ़त के साथ बंद हुआ. प्रमुख अदाणी समूह के शेयर अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर तेजी के साथ खुले और आज शेयर बाजार की शुरुआती घंटी बजने के कुछ ही मिनटों के भीतर ₹2,374.90 के इंट्राडे हाई को छू गए. अदाणी टोटल का शेयर मूल्य आज ₹550 प्रति शेयर के उपयोग अंतर के साथ खुला और एनएसई पर ₹642 के इंट्राडे उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो मंगलवार के सौदों के दौरान 15 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया. सुबह के सौदों के दौरान अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का शेयर मूल्य 13 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया. मंगलवार को सुबह के सत्र में अदाणी ग्रीन एनर्जी 7.50 प्रतिशत से अधिक चढ़ा. मंगलवार को सुबह के सत्र के दौरान अदाणीसमूह के अन्य शेयर भी सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे.
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