Vande Bharat Express Trains for Rajasthan : राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले प्रदेश को कई सौगात मिलेगी. इसी में एक सौगात है वंदे भारत ट्रेन का. जी हां… दिल्ली-जयपुर रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत अप्रैल के बीच में शुरू होने की बात कही जा रही है. ऐसे में अब यात्री सेमि हाईस्पीड शुरू होने के बाद दोनों शहरों के बीच आधे समय में अपनी यात्रा पूरी करने में सक्षम हो जाएंगे. आइए जानते हैं इस रूट में चलने वाली इस ट्रेन के बारे में कुछ खास बातें…
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जयपुर बाय रोड जाने में जहां 5 से 6 घंटे लगते थे, वहीं अब वंदे भारत एक्सप्रेस आपको 2 घंटे में अपने गंतव्य तक पहुंचा देगी. यहां चर्चा कर दें कि देश के कई बड़े शहरों के लिए वंदे भारत को शुरू कर दिया गया है, और अब इस लिस्ट में जयपुर शहर भी जुड़ चुका है. खबरों की मानें तो, दिल्ली से जयपुर के लिए ये ट्रेन अप्रैल के बीच से शुरू हो सकती है.
भारतीय रेलवे की ओर से जो जानकारी दी गयी है उसके अनुसार, दिल्ली से जयपुर जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के बीच बड़ा ही सस्ता किराया रखने का काम किया गया है. यदि आप फैमिली संग या दोस्तों के साथ यहां जाने का प्लान बनाएंगें, तो सस्ते में ट्रेन की यात्रा कर सकते हैं. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि वंदे भारत की चेयर कार का किराया 850 से 950 रुपये के बीच हो सकता है. जबकि, एक्सक्यूटिव क्लास का किराया 1600 से 1700 रुपये के बीच हो सकता है.
वंदे भारत एक सेमि हाई स्पीड ट्रेन है, जो अभी 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पटरी पर दौड़ रही है. यहां चर्चा कर दें कि आने वाले समय में इसकी स्पीड 200 किमी प्रति घंटे हो सकती है. ऑटोमेटिक दरवाजे, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम टॉयलेट, पावर बैकअप, जीपीएस जैसी कई मॉडर्न टेक्नोलोजी इस ट्रेन में यात्रियों को आकर्षित करतीं हैं. यही नहीं ट्रेन में 180 डिग्री तक घूमने वाली सीटें भी लगी हुई हैं.
Also Read: कौन हैं सुरेखा यादव ? एशिया की पहली महिला लोको पायलट ने वंदे भारत एक्सप्रेस का किया संचालन
ट्रेन के रूट की बात करें तो ये रास्ते में गुड़गांव, रेवाड़ी, अलवर, बांदीकुई और दौसा जैसे स्टेशनों पर ठहरेगी. ट्रेन का रूट दिल्ली – गुड़गांव – रेवाड़ी – अलवर – बांदीकुई – दौसा – जयपुर है. यहां चर्चा कर दें कि भारतीय रेलवे ने टाटा स्टील के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है. इस नये समझौते के अनुसार 200 वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण होने की संभावना है. हस्ताक्षरित अनुबंध की बात करें तो, टाटा स्टील एक वर्ष में देश की सबसे तेज और सुविधा संपन्न वंदे भारत एक्सप्रेस की 22 ट्रेनों का निर्माण करेगी.