Varun Industries Bank Fraud Case: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के द्वारा मुंबई की वरुण इंडस्ट्रीज लिमिटेड के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इस फर्म पर दो पब्लिक सेक्टर बैंक के साथ घोखाधड़ी करने का आरोप है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वरुण इंडस्ट्रीज पर इन बैंकों से 388.17 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी का आरोप है. सीबीआई ने इसी साल अप्रैल में वरुण इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Varun Industries Ltd) के दो कंपनियों वरुण ज्वेल और ट्रिमैक्स डाटा सेंटर की जांच की थी. ये जांच बैंक के साथ धोखाधड़ी को लेकर की गयी थी. कंपनी आरोप है कि उसने पंजाब नेशनल बैंक से लोन लिया और 46 करोड़ रुपये उसके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया था. इसके बाद, वरुण ज्वेल एनपीए हो गयी.
पीएनबी को हुआ 63 करोड़ का नुकसान
रिपोर्ट के अनुसार, वरुण ज्वेल का अकाउंट एनपीए होने के कारण पंजाब नेशनल बैंक को करीब 63 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. कंपनी पर आरोप है कि उसने पीएनबी से लोन के पैसे में से आठ करोड़ रुपये मॉरीशस की सहायक कंपनियों को ट्रांसफर कर दिया था. जबकि, वरुण इंडस्ट्रीज के दूसरी कंपनी ट्राइमैक्स आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज से जुड़ी ट्राइमैक्स डेटासेंटर सर्विसेज ने साल 2014 में बैंक ऑफ महाराष्ट्र से लोन लिया. ये लोन की रकम करीब 29 करोड़ रुपये थी. लोन की रकम खाते में आने के बाद कंपनी ने इसे कई पार्टियों को ट्रांसफर कर दिया.
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ट्राइमैक्स आईटी को 190 करोड़ रुपये का लोन
वरुण इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अलग-अलग पार्टियों को लोन की रकम देने के बाद, कई अन्य बैंक अकाउंट से वापस लिया और रूटिंग सेल के जरिए होडिंग कंपनी के अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया. इससे कंपनी का खाता 2018 में एनपीए हो गया. बताया जाता है कि ट्राइमैक्स आईटी को 190 करोड़ का लोन मिला. कंपनी ने इसका गलत इस्तेमाल किया. पूरे मामले में बैंक की शिकायत के बाद, सीबीआई ने जांच की. इसके बाद, वरुण इंडस्ट्रीज के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
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