Vedanta के हाथ लगी तांबे की चाबी, अब रॉकेट बनेंगे शेयर

Vedanta समूह के निवेशकों के लिए अच्छी खबर है. ज़ाम्बिया की एक अदालत ने कापर माइनिंग कंपनी की लेनदारों को ऋण चुकाने की योजना को हरी झंडी दे दी है.

By Pranav P | July 1, 2024 1:28 PM
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Vedanta समूह के निवेशकों के लिए अच्छी खबर है. ज़ाम्बिया की एक अदालत ने कापर माइनिंग कंपनी की लेनदारों को ऋण चुकाने की योजना को हरी झंडी दे दी है. इससे Vedanta रिसोर्सेज लिमिटेड को अफ्रीका में कोंकोला कापर परियोजना का अधिग्रहण करने में मदद मिलेगी. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, लुसाका की अदालत ने शुक्रवार को योजना को मंजूरी दे दी है. कोंकोला कापर माइंस पीएलसी के लेनदारों ने भी इस फैसले पर अपना समर्थन दिखाया है.

2019 से है Vedanta की नजर

Vedanta ग्रुप 2019 से इस परिसंपत्ति के स्वामित्व को पुनः प्राप्त करने की दिशा में काम कर रहा है, जिसके लिए कंपनी को ठेकेदारों और आपूर्तिकर्ताओं के साथ ऋण चुकाने के लिए 250 मिलियन डोलर की जरूरत है. कंपनी भुगतान करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और साथ ही विस्तार परियोजनाओं को पूरा करने के लिए अगले पांच वर्षों में 1 बिलियन डोलर लगाने का वादा किया है. कोंकोला खदान प्रति वर्ष 300,000 टन उत्पादन कर सकती है.

तांबा मार्केट छूएगा आसमान

तांबे की हाल ही में रिकॉर्ड-उच्च वैश्विक कीमत अक्षय ऊर्जा की ओर बदलाव में इसके महत्व को रेखांकित करती है. प्राथमिक खदान संचालन, कोंकोला डीप, दुनिया भर में सबसे अधिक पानी की खपत वाली खदानों में से एक होने के लिए प्रसिद्ध है, जिसका मुख्य शाफ्ट एक मील भूमिगत तक फैला हुआ है. इसके संचालन को बनाए रखने के लिए, लगभग 140 ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के बराबर पानी को हर दिन सतह पर पंप करना पड़ता है.

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Vedanta दिखा रहा है शेयर मार्केट में जलवा

इस साल Vedanta समूह के शेयरों में गजब का उछाल आया है, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा समूह और टाटा समूह के मुनाफे से भी आगे निकल गया है. चालू वित्त वर्ष के दौरान Vedanta समूह के निवेशकों की संपत्ति में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है. डेटा बताते हैं कि 28 मार्च से 20 जून के बीच Vedanta समूह का कुल बाजार पूंजीकरण 2.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक बढ़ गया है, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा समूह और टाटा समूह जैसे देश के अन्य प्रमुख औद्योगिक समूहों से भी अधिक है.

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