जल्द ही जेल की सलाखों के पीछे होंगे माल्या, भारत लाने की तैयारी में लगी एजेंसियां

भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या का आने वाले दिनों में प्रत्यर्पण किया जा सकता है. इस संबंध में अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स ने खबर प्रकाशित की है. अखबार की मानें तो माल्या के प्रत्यर्पण से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी है. आपको बता दें कि माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर तो सबसे बड़ा अडंगा था वो 14 मई को दूर हो गया. इस दिन माल्या अपना प्रत्यर्पण के खिलाफ केस हार गए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2020 2:43 PM
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भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या का आने वाले दिनों में प्रत्यर्पण किया जा सकता है. इस संबंध में अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स ने खबर प्रकाशित की है. अखबार की मानें तो माल्या के प्रत्यर्पण से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी है. आपको बता दें कि माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर तो सबसे बड़ा अडंगा था वो 14 मई को दूर हो गया. इस दिन माल्या अपना प्रत्यर्पण के खिलाफ केस हार गए.

21 मई को खबर आयी कि भारत शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन की सरकार के साथ संपर्क बनाये हुए है. नयी दिल्ली द्वारा ब्रिटेन से माल्या के प्रत्यर्पण का अनुरोध के खिलाफ शराब कारोबारी सारे कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर चुका है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने इस संबंध में कहा कि भारत सरकार माल्या की प्रत्यर्पण प्रक्रिया के अगले चरण के लिए ब्रिटेन के साथ संपर्क बनाए हुए है.

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देश छोडकर हो गया फरार: विजय माल्या पूर्व सांसद भी रह चुके हैं. देश की सबसे बड़ी शराब कंपनी यूनाइटेड बेवरेजेज के मालिक माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस शुरू की थी जो बाद में घाटे में चली गयी और बंद हो गयी. माल्या के ऊपर 9000 करोड़ रुपये के फ्रॉड और मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया. केस दर्ज होने के बाद वह सरकार के हाथों में नहीं आया और व्यक्तिगत कारण बताकर मई 2016 में भारत से फरार हो गया. फिलहाल वह ब्रिटेन में अपना ठिकाना बनाए हुए है.

17 भारतीय बैंकों का कर्ज: विजय माल्या ने कम से कम 17 भारतीय बैंकों को धोखे में रखा और कर्ज लिये. चालाकी से उसने अवैध रूप से लोन का पूरा पैसा या एक हिस्सा विदेश में करीब 40 कंपनियों के खातों में ट्रांसफर करने का काम किया. हालांकि कानूनी दांव पेंच के बाद वह फिर भारत में होगा और उसपर कानून का हथौड़ा चलेगा.

माल्या के मामले में नायक बने सीबीआई अधिकारी सुमन कुमार: विजय माल्या के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी मामले में सीबीआई अधिकारी सुमन कुमार की चुनौतीपूर्ण तथा सावधानी पूर्वक जांच और लंदन की उनकी अनगनित यात्राएं आखिरकार तीन साल के बाद रंग लायी. सीबीआई अधिकारी सुमन कुमार को अक्टूबर 2015 में मुंबई के बैंकिंग धोखाधड़ी तथा प्रतिभूति प्रकोष्ठ के डीएसपी के तौर पर माल्या के खिलाफ मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया था. कुमार फिलहाल सीबीआई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हैं. देश और दुनिया से जुड़ी हर Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.

28 दिन की प्रक्रिया: बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक रहे माल्या को 14 मई को उस समय बड़ा झटका लगा जब ब्रिटेन की सर्वोच्च अदालत में प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील की अनुमति मांगने का उसका आवेदन अस्वीकृत हो गया. इसके बाद माल्या के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया 28 दिन के अंदर पूरी की जानी है. प्रत्यर्पण का यह मामला आईडीबीआई बैंक से 900 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी से जुड़ा है. माल्या के खिलाफ बैंकों के एक समूह से 9,000 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के मामले की भी जांच चल रही है. सीबीआई और ईडी की टीमें माल्या के प्रत्यर्पण की प्रक्रियाओं में व्यस्त हैं. इस मामले से जुड़े सीबीआइ के सूत्र की मानें तो प्रत्यर्पण के बाद सीबीआइ सबसे पहले माल्या को कस्टडी में लेगी क्योंकि उसके खिलाफ सीबीआइ ने सबसे पहले केस दर्ज किया था.

Posted By: Amitabh Kumar

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