भगोड़े कारोबारी विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी को ‘पकड़कर’ भारत ला रही है मोदी सरकार!
Vijay Mallya, Nirmala Sitharaman, Nirav Modi, Mehul Choksi, FDI limit in insurance sector : विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को मोदी सरकार भारत लेकर आने का प्रयास कर रही है. इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी, ये सभी भगोड़े कारोबारी कानून का सामना करने के लिए भारत वापस आ रहे हैं.
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माल्या बैंक ऋण को जानबूझ कर नहीं चुकाने के आरोपी हैं, और मार्च 2016 से ब्रिटेन में हैं
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नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पीएनबी के साथ कर्ज में धोखाधड़ी के आरोपी हैं
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एक-एक कर के हर कोई इस देश के कानून का सामना करने के लिए देश में वापस आ रहा है:निर्मला सीतारमण
विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी (Vijay Mallya, Nirav Modi, Mehul Choksi) को मोदी सरकार भारत लेकर आने का प्रयास कर रही है. इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी, ये सभी भगोड़े कारोबारी कानून का सामना करने के लिए भारत वापस आ रहे हैं.
गौरतलब है कि सरकार ब्रिटेन से माल्या और मोदी के प्रत्यर्पण के लिए प्रयास कर रही है, जबकि माना जा रहा है कि चोकसी एंटीगुआ-बारबुडा में है. सीतारमण ने राज्य सभा में बीमा (संशोधन) विधेयक, 2021 पर चर्चा के दौरान कहा कि विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी ये सभी इस देश के कानून का सामना करने के लिए वापस आ रहे हैं. एक-एक कर के हर कोई इस देश के कानून का सामना करने के लिए देश में वापस आ रहा है.
माल्या अपनी दिवालिया किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़े 9,000 करोड़ रुपये के बैंक ऋण को जानबूझ कर न चुकाने के आरोपी हैं, और मार्च 2016 से ब्रिटेन में हैं. नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पीएनबी के साथ कर्ज में धोखाधड़ी के आरोपी हैं. सीबीआई जांच शुरू होने से पहले 2018 में दोनों भारत से भाग गए. बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अधिकतम सीमा 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत करने पर सीतारमण ने कहा कि हिस्सेदारी बढ़ने से कंपनियों का नियंत्रण विदेशी कंपनियों के पास चला जायेगा लेकिन इन कंपनियों में निदेशक मंडल और प्रबंधन के महत्वपूर्ण पदों पर भारतीय लोग ही नियुक्त होंगे और उन पर भारतीय कानून लागू होगा.
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बीमा संशोधन विधेयक पर चर्चा का उत्तर देते हुये सीतारमण ने कहा कि देश के कानून अब काफी परिपक्व हैं, देश में होने वाले किसी भी परिचालन को वे नियंत्रण में रख सकते हैं। (कोई भी) इसे (धन को) बाहर नहीं ले जा सकता है और हम देखते नहीं रह सकते हैं. बीमा कंपनियों में विदेशी हिस्सेदारी बढ़ाने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियों पर नकदी का दबाव बढ़ रहा था. ऐसे में निवेश सीमा बढ़ने से उनकी बढ़ती पूंजी जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आएंगे भारत
यहां चर्चा कर दें कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अप्रैल में भारत का दौरा करने वाले हैं. बोरिस जॉनसन के भारत दौरे का मकसद यूके के लिए और अधिक अवसरों को तलाशना होगा. साथ ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के इस दौरे का उद्देश्य भारत के साथ मिलकर चीन की चालबाजियों के खिलाफ खड़ा होना है. यदि आपको याद हो तो बोरिस जॉनसन गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत में मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आने वाले थे, लेकिन कोरोना महामारी के कारण उनका यह दौरा रद हो गया था.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar
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