Vodafone Idea FPO: वोडाफोन-आइडिया ने एफपीओ के लिए 11 रुपये प्रति शेयर को दी मंजूरी, जानें लिस्टिंग और अन्य डिटेल
Vodafone Idea FPO: डाफोन आइडिया के एफपीओ को निवेशकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने भारत के अब तक के सबसे बड़े एफपीओ के जरिए 18,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसके साथ वीआईएल को भारतीय दूरसंचार बाजार में अपनी प्रतिस्पर्धी स्थिति को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी, जहां उसे रिलायंस जियो और एयरटेल से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है.
Vodafone Idea FPO: कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया के एफपीओ को निवेशकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. अब बताया जा रहा है कि वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने अपने 18,000 करोड़ रुपये के एफपीओ के तहत पेशकश मूल्य 11 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया है. कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि उसके बोर्ड ने एंकर निवेशकों के लिए 11 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के पेशकश मूल्य को भी मंजूरी दी है. वीआईएल ने बताया कि पारित किए गए प्रस्ताव में 11 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के पेशकश मूल्य को मंजूरी देना. 11 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के एंकर निवेशक पेशकश मूल्य को मंजूरी देना शामिल है. कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने भारत के अब तक के सबसे बड़े अनुवर्ती सार्वजनिक पेशकश (एफपीओ) के जरिए 18,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसके साथ वीआईएल को भारतीय दूरसंचार बाजार में अपनी प्रतिस्पर्धी स्थिति को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी, जहां उसे रिलायंस जियो और एयरटेल से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है.
कितना मिला सब्सक्रिप्शन
शेयर बाजार के आंकड़ों से पता चला कि एफपीओ के अंतिम दिन सोमवार को इसे लगभग सात गुना अभिदान मिला है. इसके पीछे संस्थागत निवेशकों से मिले समर्थन की अहम भूमिका रही है. पेशकश के अंत में कुल 8,011.29 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां लगाई गईं जो निर्गम आकार का 6.99 गुना है. संख्या के लिहाज से यह अब तक का सबसे अधिक अभिदान है. वोडाफोन आइडिया को एफपीओ के तहत कुल 88,124 करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं, लेकिन एफपीओ पेशकश के अनुरूप कंपनी 12,600 करोड़ रुपये ही अपने पास रखेगी. कंपनी ने एफपीओ खुलने के पहले 490 करोड़ शेयर बेचकर एंकर निवेशकों से 5,400 करोड़ रुपये जुटाए थे. इसने लक्षित 18,000 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं. पात्र संस्थागत खरीदारों के खंड को 19.31 गुना अभिदान मिला जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के खंड को 4.54 गुना अभिदान मिला. हालांकि खुदरा निवेशकों ने पेश किए गए शेयरों की संख्या से थोड़ी ही अधिक बोली लगाई.
Also Read: वर्कफ्रॉर्म होम वाले कर्मचारियों को मिला झटका, कम रहा अटेंडेंस तो नहीं मिलेगा परफॉर्मेंस बोनस
पैसों का क्या करेगी कंपनी
एफपीओ के तहत 10-11 रुपये प्रति शेयर के मूल्य दायरे में पेशकश की गई थी. यह शेयरों के मौजूदा बाजार भाव से कम है. इस निर्गम में पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) और एचएनआई खंड में अब तक की सबसे अधिक खरीद हुई. पहली बार 6,300 करोड़ रुपये के बड़े खुदरा हिस्से को भी पूर्ण अभिदान मिला. एफपीओ शेयरों को 25 अप्रैल को बाजार में सूचीबद्ध करने का लक्ष्य है. वोडाफोन आइडिया लिमिटेड का यह एफपीओ अब तक का सबसे बड़ा है. इससे पहले, भारतीय बाजार में सबसे बड़ा एफपीओ वर्ष 2020 में यस बैंक का 15,000 करोड़ रुपये का था. इस एफपीओ से जुटाई गई राशि से वोडाफोन आइडिया को दूरसंचार बाजार में अपनी स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी. यह धनराशि कंपनी को 5जी सेवाओं की पेशकश करने और 4जी सेवाओं का नेटवर्क मजबूत करने में मदद करेगी. इसके अलावा बकाया कर्ज के भुगतान के लिए वित्त जुटाने में भी मदद मिलेगी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.