Vodafone Idea FPO: बाजार की दिग्गज टेलीकॉम कंपनी वाडाफोन आइडिया लिमिटेड बाजार में निवेशकों के लिए फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) लाने की घोषणा की है. कंपनी के निदेशक मंडल ने 18,000 करोड़ रुपये का एफपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. इस एफपीओ के लिए 18 अप्रैल से लेकर 22 अप्रैल तक खुदरा निवेशक बोली लगा सकेंगे. जबकि, कंपनी एंकर निवेशकों के बोली लगाने के लिए 16 अप्रैल को स्पेशल सेशन का आयोजन करेगी. वाडाफोन आइडिया लिमिटेड ने एफपीओ के लिए प्राइस बैंड 10 से 11 रुपये तय किया है.
क्या है एफपीओ का डिटेल
वाडाफोन आइडिया लिमिटेड एफपीओ 10 रुपये के अंकित मूल्य के 16,363,636,363 इक्विटी शेयरों का एक मुख्य-बोर्ड FPO है. एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, जेफरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड FPO के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं, जबकि लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इश्यू के रजिस्ट्रार हैं. एफपीओ से मिले पैसे का कंपनी के द्वारा नेटवर्क बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए उपकरणों की खरीद करें, नई 4जी साइटें स्थापित करने, मौजूदा 4जी साइटों और नई 4जी साइटों की क्षमता का विस्तार करने और नई 5जी साइटें स्थापित करने में किया जाएगा. साथ ही, पैसों से कंपनी दूरसंचार विभाग को स्पेक्ट्रम के लिए कुछ स्थगित भुगतान और उस पर जीएसटी का भुगतान करेगी.
Also Read: ये कंपनी जानवर पालने वाले कर्मचारियों को देगी ज्यादा छुट्टी, जानें संस्थान ने क्यों उठाया ऐसा कदम
कितना करना होगा निवेश
खुदरा निवेशकों को कम से कम एक लॉट में निवेश करना होगा. एक लॉट में 1298 शेयर हैं. इसका अर्थ है कि निवेशक को कम से कम 14,278 रुपये खर्च करना होगा. वहीं, एसएनआईआई के लिए न्यूनतम लॉट साइज निवेश 15 लॉट है. इसका अर्थ है कि उन्हें 19,470 शेयर अलॉट किया जाएगा. इसके लिए उन्हें 214,170 रुपये निवेश करना होगा. बीएनआईआई वर्ग के निवेशको को कम से कम 92,158 शेयर के लिए यानी 1,013,738 रुपये निवेश करना होगा.
कब होगी शेयरों की लिस्टिंग
कंपनी के स्टॉक की लिस्टिंग नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 25 अप्रैल 2024 को होने की संभावना है.
क्या होता है एफपीओ
एफपीओ यानी फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर किसी भी शेयर मार्केट में लिस्ट कंपनी के द्वारा अपने निवेशकों के लिए फिर से शेयर जारी किया जाता है. इसके जरिये कंपनी बाजार से एक्सट्रा फंड जमा करती है.
आईपीओ और एफपीओ में क्या अंतर है
इनीशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) उन कंपनियों के द्वारा जारी किया जाता है तो एक्सचेंज के किसी बोर्ड पर लिस्ट नहीं है. कंपनी आईपीओ के माध्यम से पैसा जुटाने के साथ बोर्ड पर लिस्ट भी होती है.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार या आईपीओ में निवेश बाजार जोखिम के अंतर्गत है. किसी भी शेयर में निवेश से पहले अच्छे वित्तीय सलाहकार से पूरी जानकारी लें. हम किसी कंपनी में निवेश के लिए प्रेरित नहीं कर रहे हैं.)