कर्मचारियों और कंपनियों के लिए फायदेमंद हो सकता है वेलनेस अलाउंस, बजट 2021-22 में लाभ मिलने की उम्मीद

Wellness allowances : वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आगामी एक फरवरी को पेशन होने वाले सालाना बजट में देश के लाखों कर्मचारियों को वेलनेस अलाउंस का लाभ मिल सकता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2021 7:27 PM

Wellness allowances : नवनीत कुमार (38) बेंगलुरु के एक बड़ी आईटी फर्म में काम करते हैं. उन्हें रोजाना इंसुलिन की जरूरत पड़ती है. वे टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त हैं और इसके लिए वे हर महीने करीब 7,900 रुपये खर्च करते हैं. हालांकि, वित्त वर्ष 2021-22 उनके लिए बेहतर साबित हो सकता है. इसका कारण यह है कि इस वित्त वर्ष के दौरान डायबिटीज के इलाज पर होने वाले खर्च में राहत मिलने की संभावना है. इतना ही नहीं, उन्हें डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए विशेषज्ञों की आहार संबंधी सलाह भी मिल सकती है.

वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आगामी एक फरवरी को पेशन होने वाले सालाना बजट में देश के लाखों कर्मचारियों को वेलनेस अलाउंस का लाभ मिल सकता है. हालांकि, अब तक इस वेलनेस अलाउंस का स्वास्थ्य सेवा और बीमा क्षेत्रों में किया जाता रहा है, लेकिन एचआर कंसलटेंट इसे कर्मचारियों को मिलने वाले सालाना पैकेज के कंपेनसेशन में बढ़ोतरी के नजरिए से देख रहे हैं.

बीमारी होगी कम और बढ़ेगी कार्य क्षमता

उद्योग जगत के सूत्रों के अनुसार, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी क्षेत्र (IT Sector) में कम से कम दो दर्जन से अधिक स्टार्टअप और एफएमसीजी कंपनियों ने वेलनेस अलाउंस को कंपेनसेशन मैपिंग स्ट्रेटेजी में शामिल करने के लिए एचआर फर्मों से सलाह मांगी है. हालांकि, आईटी सेक्टर के उन कंपनियों के नामों का खुलासा नहीं किया गया है.

एचआर फर्मों के पास रिक्वेस्ट भेज रही हैं कंपनियां

पुणे स्थित एचआर फर्म स्मार्ट करियर राइज के पास कंपनियों की एचआर टीम की ओर से रिक्वेस्ट भेजा गया है कि प्रत्येक कर्मचारियों के लिए वेलनेस अलाउंस कितना और किस प्रकार से लागू होना चाहिए. अंग्रेजी की वेबसाइट मनी कंट्रोल ने स्मार्ट कैरियर राहल की संस्थापक स्मिता पारेख के हवाले से खबर दी है कि बीमारियों को कम करके कार्यक्षमता में सुधार के लिए वेलनेस अलाउंस को शामिल किए जाने पर विचार किया जा रहा है.

सालाना पैकेज में वेलनेस अलाउंस शामिल होने से वर्कर रहेंगे फिट

उन्होंने कहा कि कंपनियां योगा सेशन और विटामिन डिफिसिएंसिज को अलाउंस में शामिल करने के लिए तैयार हैं. चूंकि, इस कोरोना काल में ज्यादातर कर्मचारी अपने-अपने घरों से काम कर रहे हैं. उनके सालाना पैकेज में यह अतिरिक्त अलाउंस शामिल हो जाने से उनके स्वास्थ्य को बनाए रखने और उनके अंदर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी.

सभी प्रकार के कर्मचारियों के लिए होगा फायदेमंद

दिल्ली के एचआर कंसलटेंट प्रमितेश सिन्हा कहते हैं कि लेकिन, वेलनेस अलाउंस केवल घर से काम करने वालों के लिए ही नहीं है. एचआर कंसलटेंट्स ने कहा कि यह अलाउंस कर्मचारियों के स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है. उनका कहना है कि यदि किसी कंपनी या संस्थान के कर्मचारी फिट हैं, तो वे अपने दैनिक कार्यों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. इसका मतलब यह कि अगर कर्मचारी शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रहेंगे, तो उनकी कार्यक्षमता में बढ़ोतरी हो सकती है. हालांकि, ऐसा करने के लिए कंपनियों को अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे.

मानसिक विकार में हुई है बढ़ोतरी

बता दें कि कोरोना वायरस महामारी और दूर से काम करने की वजह से ज्यादातर भारतीयों के बीच खुद को स्वस्थ रखने की चिंता बढ़ गई है. फिलहाल, फिटनेस सेंटर्स और जिम में जाने पर लगा प्रतिबंध पूरी तरह से हटाया नहीं गया है, जबकि इस दौरान लोगों में मानसिक विकार में इजाफा हुआ है. अभी हाल में, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के शोधकर्ताओं के अध्ययन में इस बात का खुलासा किया गया है कि घर में काफी समय तक स्क्रीन के सामने बैठे रहने से ज्यादातर भारतीयों के तनाव में बढ़ोतरी हुई है.

वेलनेस अलाउंस में क्या-क्या होगा शामिल

वेलनेस अलाउंस कर्मचारियों के यात्रा और चिकित्सा भत्ता की तरह सालाना पैकेज में शामिल किया जाएगा. इसके लिए कर्मचारियों को हर महीने एक निर्धारित रकम दी जाएगी. हालांकि, इसके बदले में कर्मचारियों को इसके इस्तेमाल के बाद एचआर में बिल जमा कराना होगा.

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Posted By : Vishwat Sen

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