कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती करने की मांग की है. ममता बनर्जी ने पेट्रोल-डीजल पर सेंट्रल टैक्स और सेस बढ़ाने की मोदी सरकार की नीति को महंगाई बढ़ाने वाला करार दिया है. तृणमूल सुप्रीमो ने कहा है कि केंद्र की ओर से सेस और सरचार्ज बढ़ाये जाने की वजह से राज्यों को उसका वाजिब हक नहीं मिल रहा है.
ममता बनर्जी ने सोमवार (5 जुलाई) को पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा है कि 4 मई से अब तक 8 बार पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ायी गयी हैं. इसमें सिर्फ जून के महीने में 6 बार कीमतों में इजाफा हुआ है. ममता बनर्जी ने कहा है कि आश्चर्य की बात है कि जून, 2021 में महज एक सप्ताह के भीतर 4 बार पेट्रोल-डीजल के दाम में वृद्धि की गयी.
बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ने कहा है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा करने के पीएम मोदी सरकार के इस क्रूर फैसले की वजह से महंगाई तेजी से बढ़ी है. इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ा है. उनकी जेब पर पड़ा है. उनकी कमाई कम हुई है. ममता ने रिकॉर्ड के आधार पर कहा है कि मई, 2021 में होलसेल प्राइस इंडेक्स में 12.94 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स में 6.30 फीसदी की.
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ममता बनर्जी ने उपभोक्ता सामानों की कीमतों का भी एक ब्योरा दिया है. कहा है कि खाद्य ते की कीमतों में 30 फीसदी तक की वृद्धि हो चुकी है, जबकि अंडे की कीमतें 15.2 फीसदी बढ़ गयी है. फल 12 प्रतिशत तक महंगे बिक रहे हैं, जबकि स्वास्थ्य संबंधी सामान भी 8.44 फीसदी तक महंगे हो गये हैं. ममता ने अपनी चिट्ठी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि आपकी सरकार की नीतियों की वजह से आम आदमी त्रस्त है.
उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी के दौर में भारत सरकार को पेट्रोल-डीजल पर टैक्स से 3.71 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई है. उन्होंने यह भी कहा है कि वर्ष 2014-15 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार के सत्ता में आने के बाद से पेट्रोल-डीजल पर टैक्स से सरकार के राजस्व में 370 फीसदी तक का इजाफा हुआ है.
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सरकार के खजाने में ये पैसे सेंट्रल एक्साइज टैक्स, सेस और सरचार्ज में वृद्धि से आये हैं. ममता बनर्जी ने कहा है कि उनकी सरकार ने पश्चिम बंगाल में लोगों को कुछ राहत दी है. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया है कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने अपने राज्य की जनता को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कितनी छूट दी है.
बहरहाल, बंगाल की मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी से कहा है कि बार-बार सेस और सरचार्ज लगाये जाने की वजह से पेट्रोल-डीजल पर मिलने वाली 42 फीसदी की हिस्सेदारी नहीं मिल पा रही है. इसलिए उन्होंने राज्यों के हित में बार-बार सेस लगाने की नीतियों को बदलने और आम लोगों को महंगाई से राहत देने के लिए पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स में कटौती करने की अपील की है.
पश्चिम बंगाल के 24 में से 7 जिलों को छोड़कर सभी जिलों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के पार हो गयी है. डीजल की कीमत भी 100 रुपये के करीब पहुंच चुकी है. जिन जिलों में अब तक पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के पार नहीं हुई है, उनमें दार्जीलिंग, हुगली, हावड़ा, जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग, कोलकाता और मालदा शामिल हैं.
सोमवार (5 जुलाई, 2021) को दार्जीलिंग में पेट्रोल की कीमत 99.62 रुपये थी, जबकि हुगली में 99.89, Howrah में 99.84, जलपाईगुड़ी में 99.82, कलिम्पोंग में 99.77, राजधानी कोलकाता में 99.38 और बांग्लादेश की सीमा से सटे मालदा जिला में 99.98 रुपये पहुंच गयी है.
Posted By: Mithilesh Jha
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