SIP का पैसा जमा करने में हो गई चूक तो नाच नचा देंगे बैंक! जानें आसान उपाय
SIP: एसआईपी की किस्त चूकने पर कोई पेनल्टी नहीं लगती, लेकिन बैंक शुल्क और निवेश अनुशासन प्रभावित हो सकता है. जानें, किस्त चूकने के परिणाम, समाधान और भविष्य में इससे बचने के आसान उपाय.
SIP: सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) निवेश करके अगर आप करोड़पति बनने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं और हर महीने किसी म्यूचुअल फंड में ताबड़तोड़ पैसा लगा रहे हैं. लेकिन, अगर किसी महीने आप एसआईपी की किस्त चुकाने में चूक जाते हैं, तो फिर क्या आप करोड़पति नहीं बनेंगे? क्या आपको अपने पैसों का नुकसान उठाना पड़ेगा? कहीं ऐसा तो नहीं कि आप एसआईपी के जरिए जो रिटर्न पाना चाहते हैं, वह नहीं मिलेगा? एसआईपी की किस्त जमा करने में चूक होने पर ऐसे ही सवाल मन में पैदा होने लगते हैं. आइए जानते हैं कि क्या एसआईपी की किस्त चूक होने पर आप करोड़पति नहीं बनेंगे?
एसआईपी की किस्त चूकने पर प्रभाव
- पेनल्टी का डर नहीं: अगर आप एसआईपी की मासिक किस्त जमा करने में किसी परिस्थितिवश चूक जाते हैं, तो डरने की बात नहीं है. आप पर किसी प्रकार की पेनल्टी नहीं लगाई जाती. हालांकि, यह आपके निवेश अनुशासन को प्रभावित कर सकता है.
- एसआईपी नहीं होगी रद्द: अगर आप एक या दो किस्त नहीं भर पाते हैं, तो आपकी एसआईपी तुरंत बंद नहीं होती. आमतौर पर, म्यूचुअल फंड कंपनियां लगातार 3 से 5 किस्तें चूकने पर ही एसआईपी को रद्द करती हैं.
- बैंक खाते पर असर: अगर आपके खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं है और ऑटो-डेबिट फेल हो जाता है, तो बैंक आपको नोटिफाइड इंस्ट्रूमेंट रिटर्न चार्ज (एनएसीएच) के तहत शुल्क लगा सकता है.
- क्रेडिट स्कोर पर असर नहीं: एसआईपी की किस्त चूकने का आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ता, क्योंकि यह एक निवेश उत्पाद है, न कि लोन.
एसआईपी की किस्त चूकने का समाधान
- ऑटो-डेबिट को रीसेट करें: अगर आपकी किस्त चूक गई है, तो सुनिश्चित करें कि आपके बैंक खाते में पर्याप्त बैलेंस हो. आप अपने बैंक को ऑटो-डेबिट रीसेट करने के लिए अनुरोध कर सकते हैं.
- फंड हाउस से संपर्क करें: अगर आपकी एसआईपी रद्द होने के कगार पर है, तो तुरंत अपने फंड हाउस से संपर्क करें. वे आपको नई एसआईपी शुरू करने या जारी रखने का विकल्प दे सकते हैं.
- लेन-देन को मैन्युअली पूरा करें: अगर आपकी ऑटो-डेबिट किस्त फेल हो गई है, तो आप संबंधित म्यूचुअल फंड पोर्टल या मोबाइल ऐप के जरिए मैन्युअली भुगतान कर सकते हैं.
- लिक्विड फंड में निवेश का विचार करें: अगर बार-बार की चूक की संभावना है, तो आप एक लिक्विड फंड या लचीले निवेश विकल्प का चयन कर सकते हैं.
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भविष्य में चूक से बचने के उपाय
- ऑटो-डेबिट की तारीख सही चुनें: अपने खाते में धन की उपलब्धता के अनुसार एसआईपी की तारीख निर्धारित करें.
- इमरजेंसी फंड रखें: एसआईपी चूक से बचने के लिए एक इमरजेंसी फंड बनाएं.
- मिनिमम बैलेंस से अधिक राशि बनाए रखें: अपने बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस से अधिक राशि बनाए रखें.
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