पेट्रोलियम कंपनियों के लिए बड़ी राहत की बात, सरकार ने तेल दरों में की बंपर कटौती
सरकार हर पखवाड़े इन दरों की समीक्षा करती है. इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड की कीमतों की चाल को देखा जाता है. Oil & Natural Gas (ओएनजीसी) जैसी कंपनियों द्वारा उत्पादित कच्चे तेल पर लेवी को 5,050 रुपये प्रति टन से घटाकर 4,350 रुपये प्रति टन कर दिया गया है.
नई दिल्ली : देश में उत्पादित क्रूड ऑयल, डीजल और एटीएफ निर्यात पर Windfall profit tax की दर घटा दी गई है. केंद्र सरकार ने गुरुवार को यह बड़ा फैसला लिया. इससे शेयर बाजार में Reliance Industries और ONGC के शेयरों में तेजी देखी गई. RIL का शेयर जहां 1 फीसद तो ONGC 3 फीसद तक चढ़ गया. नई दरें 16 फरवरी से प्रभावी हैं.
हर पखवाड़े होती है समीक्षा
बता दें कि सरकार हर पखवाड़े इन दरों की समीक्षा करती है. इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड की कीमतों की चाल को देखा जाता है. Oil & Natural Gas (ओएनजीसी) जैसी कंपनियों द्वारा उत्पादित कच्चे तेल पर लेवी को 5,050 रुपये प्रति टन से घटाकर 4,350 रुपये प्रति टन कर दिया गया है.
डीजल के निर्यात पर Tax घटाकर 2.50 रुपये प्रति लीटर किया
सरकार ने डीजल के निर्यात पर Tax को भी 7.5 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 2.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया है. पेट्रोल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क शून्य रहेगा. इस बीच, एटीएफ के विदेशी शिपमेंट पर Tax को 6 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 1.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है.
कैसे मिलता है कच्चा तेल
Crude Oil को जमीन से निकालकर रिफाइन किया जाता है और गैसोलीन, डीजल और एटीएफ जैसे ईंधन में बदला जाता है. भारत ने पहली बार 1 जुलाई, 2022 को windfall profit taxe लगाया, जो तेल कंपनियों के सुपर नार्मल मुनाफे पर लगता है. उस समय पेट्रोल और एटीएफ पर 6 रुपये प्रति लीटर (12 डॉलर प्रति बैरल) और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर (26 डॉलर प्रति बैरल) का निर्यात शुल्क लगाया गया था.
RIL को बड़ा फायदा
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड गुजरात के जामनगर में दुनिया की सबसे बड़े तेल रिफाइनरी चलाती है. उसके साथ Rosneft-backed Nayara Energy देश में तेल के प्रमुख निर्यातक हैं. टैक्स में यह कटौती रूस से मिलने वाले सस्ते तेल के कारण हुई है.
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