WhatsApp Loan In 15 Minutes : हम सबने कभी न कभी पढ़ा या सुना होगा रिसोर्सेज लिमिटेड होते हैं और वांट्स अनलिमिटेड. हम हमेशा किसी न किसी चीज को पाने के लिए उसके पीछे दौड़ते रहते हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि हमें किसी चीज़ की जरूरत होती है लेकिन उसे खरीदने के पैसे हमारे पास नहीं होते. खास करके अगर हम पिछले 3 सालों की बात करें तो कोरोना के आने के बाद इस सिचुएशन का सामना बहुत से लोगों को करना पड़ा है. कईयों ने अपनी नौकरी गंवाई तो कईयों ने अपने बिजनेस को खोया. यह एक चिंता का विषय है. लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इस सिचुएशन का फायदा उठाकर लोगों को ठग रहे हैं और उनके मेहनत की कमाई को लूट ले रहे हैं. ये फ्रॉड्स ऑनलाइन भी होते है और कॉल्स पे भी. आपको एक कॉल आ सकता है जिसमें कॉल करने वाला आपको सस्ते इंटरेस्ट रेट पे लोन देने की बात कहेगा और आप सस्ते लोन के चक्कर में उसके जाल में फंस जायेंगे. आज हम आपको ऐसे ही फ्रॉड्स और उनसे बचने के तरीकों के बारे में बताने वाले हैं.
हम सभी ने सरकार के द्वारा शुरू की गयी मुद्रा लोन के बारे में सुना ही है. आपको बता दें सरकार द्वारा शुरू की गयी योजनाओं के नाम से ठगी की जा रही है. पिछले दिनों ऐसे कुछ ठग पुलिस की गिरफ्त में भी आये हैं. मामले की गहराई से जांच करने से सामने आया की ये ठग जरूरतमंदों को कॉल के माध्यम से संपर्क करते थे. ये कॉल या तो WhatsApp पे होती या फिर फोन पे. ये ठग आपको कॉल करके लोन देने की बात करते थे और वह भी सिर्फ 5 प्रतिशत की इंटरेस्ट रेट पर. कम इंटरेस्ट रेट सुनकर लोग इनके जाल में फंस जाते थे और अपने सभी डॉक्यूमेंट इन्हे WhatsApp के जरिये हेज देते थे. डॉक्युमेंट्स मिलने पर ठग वित्तीय संस्थानों के नकली लेटरहेड भेज देते थे जिसपर लोन अप्रूव होने की बात लिखी होती थी.
नकली लेटरहेड भेजने के बाद ठग इन लोगों से प्रोसेसिंग फी की डिमांड करते थे. प्रोसेसिंग फी के नाम पर 30,000 से लेकर 60,000 तक लूट लेते थे. प्रोसेसिंग फी मिलते ही ठगों के फोन स्विच ऑफ हो जाते थे. ऐसे में लोग सीधे पुलिस स्टेशन जाकर इसकी शिकायत करने की कोशिश करते थे लेकिन रकम छोटी होने की वजह से पुलिस भी इनकी किसी तरह से मदद नहीं कर पाते थे.निराश होकर पीड़ित पुलिस स्टेशन और साइबर सेल के चक्कर काटने लगते है लेकिन उन्हें किसी भी तरह की मदद नहीं मिल पाती. आखिर में जाकर पीड़ित एसएसपी के ऑफिस पहुंचते हैं और तब जाकर उनके केस को दर्ज किया जाता है.
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आजकल हमें घर बैठे आसानी से चीजों को पाने की आदत हो गयी है और ऐसे में अगर कोई खुद सामने से कॉल करके सस्ते में लोन देने की बात करे तो हम बिना कुछ सोचे समझे उनके जाल में जाकर फंस जाते हैं. अगर आपको भी WhatsApp पर किसी का कॉल आये और आपको मिनटों में लोन देने की बात कहे वह भी बेहद ही कम इंटरेस्ट रेट पर तो सतर्क हो जाएं और अपने दिमाग का इस्तेमाल करें. थोड़ी सी सतर्कता आपको और आपके पैसों को ऐसे ठगों और लुटेरों से बचा सकती है. अगर आपको ऐसा कोई भी कॉल आये तो किसी भी तरह का पेमेंट न करें। मिनटों में लोन मिलने की खुशी में अपने पैसे न लुटाएं.
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आपको पता होना चाहिए की लोन इतनी आसानी से नहीं मिलता वह भी फोन पर बात करके. लोन लेने के लिए कई प्रक्रियाओं से गुजरनी पड़ती है और एजेंट के साथ आमने सामने बैठ कर पेपर्स पर साइन किया जाता है. अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तभी आपको मिनटों में लोन मिल सकता है.
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अगर कोई 15 मिनटों में लोन देने की बात कहे तो सतर्क हो जाएं और एक बात ध्यान में रखें की 15 मिनट में किसी तरह का लोन नहीं मिलता. कभी भी कोई बैंक या वित्तीय संस्था अप्रूवल की कॉपी WhatsApp के जरिये नहीं भेजती.
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हर लोन पर एक रेफरेंस आईडी मिलती है. अगर सामने वाला आपको कोई रेफरेंस आईडी न दे तो समझ जाएं की आपके साथ ठगी हो रही है. आप रेफरेंस आईडी की मदद से आप अपने लोन को सम्बंधित बैंक या वित्तीय संस्था से वेरीफाई करवा सकते हैं.
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किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपने डॉक्युमेंट शेयर न करें. डॉक्युमेंट शेयर करने से पहले उसपर डॉक्युमेंट शेयर करने का कारण और अपने हस्ताक्षर तारीख के साथ जरूर करें.
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किसी भी तरह का लोन हो उसे बैंक से लेने की कोशिस करें, ऐसे ठगों पर भरोसा करके अपने पैसे बर्बाद न करें.
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