फ्लाइट्स कब से होंगी शुरू, जानें एयरलाइंस क्या कर रहे हैं तैयारी ?
Lockdown in India: लॉकडाउन खत्म होने के बाद (Flights)फ्लाइट्स को दुबारा सेवा देने के लिए तैयार करने में सभी एयरलाइंस कंपनियां (Airlines company) जुट गयी हैं. लगभग दो महीने के अंतराल के बाद सभी फ्लाइट्स को उड़ान भरने के लिए तैयार किया जा रहा है. (Domestic Airlines)डोमेस्टिक एयरलाइंस कंपनियां इस वक्त अपनी फ्लाइट्स को अच्छी तरह से मरम्मत कर रहे हैं. साथ ही सभी फ्लाइट्स की अच्छी तरह से जांच की जा रही है. कोरोना वायरस के कारण देश में लागू किये गये लॉकडाउन के कारण फिलहाल सभी प्रकार की यात्री उड़ाने रद्द है.
लॉकडाउन खत्म होने के बाद फ्लाइट्स को दुबारा सेवा देने के लिए तैयार करने में सभी एयरलाइंस कंपनियां जुट गयी हैं. लगभग दो महीने के अंतराल के बाद सभी फ्लाइट्स को उड़ान भरने के लिए तैयार किया जा रहा है. डोमेस्टिक एयरलाइंस कंपनियां इस वक्त अपनी फ्लाइट्स को अच्छी तरह से मरम्मत कर रहे हैं. साथ ही सभी फ्लाइट्स की अच्छी तरह से जांच की जा रही है. कोरोना वायरस के कारण देश में लागू किये गये लॉकडाउन के कारण फिलहाल सभी प्रकार की उड़ाने रद्द है. जहाज रनवे पर खड़े हैं. पर जब दोबारा उड़ाने बहाल होंगी तो कई नियमों का पालन करना होगा. खासकर सामाजिक दूरी का पालन सभी को करना होगा. इसके कारण एयरलाइंस कंपनियों द्वारा दी जाने वाली सेवाओं में कमी आ सकती है.
ये होंगे नये बदलाव
अभी यात्री 60 से 120 मिनट पहले रिपोर्ट करते हैं. पर अब यात्रियों की रिपोर्टिंग का समय और बढ़ा दिया जायेगा. यात्रियों को कम से कम दो से तीन घंटे पहले टर्मिनल में रिपोर्ट करना होगा. यात्रियों को फ्लाइट में परोसे जाने वाले भोजन की मात्रा कम कर दी जायेगी, साथ ही भोजन चुनने के विकल्प को कम कर दिया जायेगा. मध्यम श्रेणी की उड़ान के दौरान बिजनेस क्लास के यात्रियों और केबिन क्रू के सदस्यों के बीच होने वाली बातचीत कम कर दी जायेगी. अब पहले की तरह यात्री जब मर्जी तब बात नहीं कर पायेंगे. एयरलाइन के एक अधिकारी के मुताबिक केबिन क्रू मेंबर्स के कम से कम बातचीत हो इस पर जोर दिया जा रहा है. बजट उड़ान के अधिकारी के मुताबिक अगर यात्रियों की संख्या कम होगी तो एयरलाइंस कंपनियां पूल उड़ान का विकल्प चुन सकती है. यात्रियों को लुभाने के लिए एयरलाइंस कंपनियां ज्यादा से ज्यादा छूट दे सकती है या टिकट का दाम घटा सकती है.
यात्री सुरक्षा पर रहेगा ध्यान
विमान की कुल क्षमता का केवल एक तिहाई या उससे कम यात्रियों को लेकर उड़ान भरने कंपनियों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा. एयरलाइंस कंपनियां इसके खिलाफ है. सुरक्षा की दृष्टि से बीच की सीटों को खाली नहीं रखा जा सकता है. टर्मिनल में सुरक्षा जांच के लिए लंबे समय तक यात्रियों और जांच कर्मियों की बीच का संपर्क भी एक चिंता का विषय हो सकता है. हालांकि, उड़ान सेवा फिर से शुरू होने पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय और विमानन नियामक महानिदेशालय (DGCA) द्वारा जारी गाइडलाइन पर बहुत कुछ निर्भर करेगा.
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