कौन हैं रतन टाटा के उत्तराधिकारी, क्या है उनका नाता?

Ratan Tata Heir: साल 2010-2011 में यह घोषणा की गई कि नोएल नवल टाटा को टाटा इंटरनेशनल का प्रबंध निदेशक बनाया जाएगा. उस समय यह अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि नोएल नवल टाटा को टाटा ग्रुप के प्रमुख के तौर पर रतन टाटा का उत्तराधिकारी बनाने के लिए तैयार किया जा रहा है.

By KumarVishwat Sen | October 11, 2024 3:28 PM

Ratan Tata Heir: देश के परोपकारी उद्योगपति रतन टाटा के निधन के बाद शुक्रवार 11 अक्टूबर 2024 को उनके उत्तराधिकारी का चयन कर लिया गया है. मुंबई में हुई सर रतन टाटा ट्रस्ट की बैठक में नोएल नवल टाटा को रतन टाटा का उत्तराधिकारी बनाया गया है. इसके साथ ही, उन्हें टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन भी नियुक्त कर दिया गया है. टाटा ट्रस्ट के पास टाटा संस की करीब 66 फीसदी हिस्सेदारी है. टाटा ट्रस्ट के पास करीब 165 बिलियन डॉलर का साम्राज्य है और यह टाटा ब्रांड के तहत विभिन्न फर्मों की होल्डिंग कंपनी है, जो 150 साल से अधिक पुरानी है. टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन बनने वाले नोएल नवल टाटा का रतन टाटा से संबंध क्या है?

नोएल नवल टाटा कौन हैं?

मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, 67 वर्षीय नोएल टाटा रतन टाटा के सौतेले छोटे भाई और नवल टाटा के छोटे बेटे हैं. नवल टाटा रतन टाटा के पिता थे. नोएल टाटा की मां का नाम सिमोन टाटा है, जो आयरिश नागरिक थीं. नोएल टाटा सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में पहले से ही शामिल थे और रतन टाटा के निधन के बाद उनके उत्तराधिकारी बनने की दौड़ में सबसे आगे थे.

नोएल नवल टाटा का जन्म कब हुआ?

रतन टाटा के छोटे भाई नोएल नवल टाटा का जन्म 1957 हुआ था. वे भारतीय मूल के आयरिश कारोबारी हैं, जो ट्रेंट और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के अध्यक्ष होने के साथ-साथ टाटा इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक, टाइटन और टाटा स्टील के उपाध्यक्ष भी हैं. उन्हें रतन टाटा के निधन के बाद 11 अक्टूबर 2024 से टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है. नोएल टाटा नवल टाटा और सिमोन टाटा के बेटे हैं. वह टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा और जिमी टाटा के सौतेले भाई हैं. नोएल नवल टाटा ने ससेक्स विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की और फ्रांस में इनसीड बिजनेस स्कूल में अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी कार्यक्रम में भाग लिया.

2016 में दिखा टाटा ट्रस्ट का प्रभाव

टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष का असली प्रभाव पहली बार 2016 में दिखाई दिया, जब रतन टाटा ने पलोनजी मिस्त्री के बेटे साइरस मिस्त्री को टाटा संस के अध्यक्ष पद से हटा दिया. जिससे भारत की सबसे बड़ी कॉरपोरेट जंग शुरू हो गई थी. टाटा ट्रस्ट की स्थापना नोएल और रतन के परदादा जमशेदजी टाटा ने 1892 में की थी. इससे पहले जमशेदजी टाटा ने टाटा ग्रुप की स्थापना की थी.

टाटा ग्रुप से नोएल नवल टाटा कब जुड़े

फ्रांस से पढ़ाई पूरी करने के बाद नोएल नवल टाटा ने टाटा ग्रुप की विदेश में पेश किए जाने वाले उत्पादों और सेवाओं की शाखा टाटा इंटरनेशनल से अपने करियर की शुरुआत की. जून 1999 में वे टाटा ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट के प्रबंध निदेशक बने. इसकी स्थापना उनकी मां सिमोन टाटा ने की थी. इस समय तक ट्रेंट ने डिपार्टमेंट स्टोर लिटिलवुड्स इंटरनेशनल का अधिग्रहण कर लिया था और इसका नाम बदलकर वेस्टसाइड कर दिया था. नोएल नवल टाटा ने वेस्टसाइड को नई ऊंचाई तक पहुंचाई और इसे एक लाभदायक उद्यम में बदल दिया. 2003 में उन्हें टाइटन इंडस्ट्रीज और वोल्टास का निदेशक नियुक्त किया गया.

2010-2011 में ही रतन टाटा के उत्तराधिकारी की होने लगी थी चर्चा

साल 2010-2011 में यह घोषणा की गई कि नोएल नवल टाटा को टाटा इंटरनेशनल का प्रबंध निदेशक बनाया जाएगा. उस समय यह टाटा ग्रुप की विदेशी कंपनियों में 70 बिलियन डॉलर की कंपनी थी. उस समय यह अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि नोएल नवल टाटा को टाटा ग्रुप के प्रमुख के तौर पर रतन टाटा का उत्तराधिकारी बनाने के लिए तैयार किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें: SIP: सोना-चांदी छोड़ एसआईपी पर टूट पड़े लोग, सितंबर में झोंक दिए 24,509 करोड़

2011 में साइरस मिस्त्री बने थे रतन टाटा के उत्तराधिकारी

हालांकि, 2011 में नोएल नलव टाटा के साले साइरस मिस्त्री को रतन टाटा का उत्तराधिकारी घोषित किया गया. नोएल नवल टाटा की शादी आलू मिस्त्री से हुई है. आलू मिस्त्री पल्लोनजी मिस्त्री की बेटी हैं और साइरस मिस्त्री पलोनजी मिस्त्री के बेटे थे. अक्टूबर 2016 में साइरस मिस्त्री को टाटा संस के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया और रतन टाटा ने फरवरी 2017 तक चार महीने के लिए ग्रुप के अध्यक्ष का पद संभाला. नोएल नवल टाटा को 2018 में टाइटन कंपनी का उपाध्यक्ष बनाया गया और फरवरी 2019 में सर रतन टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में शामिल हुए. 29 मार्च 2022 को उन्हें टाटा स्टील का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया.

इसे भी पढ़ें: टाटा ग्रुप की इस कंपनी का इधर नतीजा आया, उधर 2.43% टूटा शेयर

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version