Report: छोटे यात्री वाहनों से लेकर भारी वाणिज्यिक वाहनों तक के उत्पादन में भी प्रतिभा दिखा रही महिलाएं

टाटा मोटर्स, एमजी मोटर, हीरो मोटोकॉर्प और बजाज ऑटो अपने विनिर्माण संयंत्रों में लैंगिक विविधता की ओर तेजी से बढ़ रही हैं.

By Agency | July 24, 2022 4:23 PM

Women In Vehicle Manufacturing: पुरुषों के वर्चस्व वाले वाहन विनिर्माण के क्षेत्र में अब महिलाएं भी अपनी प्रतिभा दिखा रही हैं और इसमें उनकी मदद कर रही हैं देश की प्रमुख वाहन कंपनियां. दरअसल टाटा मोटर्स, एमजी मोटर, हीरो मोटोकॉर्प और बजाज ऑटो अपने विनिर्माण संयंत्रों में लैंगिक विविधता की ओर तेजी से बढ़ रही हैं.

भारत में टाटा मोटर्स के छह संयंत्रों में शॉप फ्लोर में 3,000 से अधिक महिलाएं उत्पादन के क्षेत्र में विभिन्न भूमिकाओं में काम कर रही हैं. वे छोटे यात्री वाहनों से लेकर भारी वाणिज्यिक वाहनों तक के उत्पादन के लिए काम कर रही हैं. कंपनी की अपने कारखानों में और महिलाओं को शामिल करने की योजना है.

Also Read: Indian Railway News: ट्रेन में खाने की चीजों से रेलवे ने सर्विस चार्ज तो हटाया, लेकिन यहां एक ट्विस्ट है

वहीं, एमजी मोटर इंडिया की दिसंबर, 2023 तक लैंगिक रूप से संतुलित कार्यबल बनाने की योजना है, जहां उसके कुल कार्यबल में महिलाओं की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत हो. कंपनी के गुजरात के हलोल संयंत्र में कारखाने में काम करने वाले 2,000 लोगों में से 34 फीसदी महिलाएं हैं. देश की शीर्ष 2-व्हीलर कंपनी हीरो मोटोकॉर्प में 2021-22 के अंत तक 1,500 महिला कर्मचारी काम कर रही थीं और निकट भविष्य में इनकी संख्या और बढ़ाने की योजना है.

बजाज ऑटो के पुणे स्थित चाकन संयंत्र में डोमिनार 400 और पल्सर आरएस 200 जैसी महंगी बाइकों का विनिर्माण का जिम्मा पूरी तरह से महिलाओं के हाथों में है. यहां 2013-14 की तुलना में 2021-22 में महिला कर्मियों की संख्या 148 से चार गुना बढ़कर 667 हो गई है. कंपनी की 2021-22 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि विनिर्माण संयंत्रों और इंजीनियरिंग में काम करने वाले कर्मियों में करीब 64 महिलाएं हैं.

टाटा मोटर्स के अध्यक्ष एवं मुख्य मानव संसाधन अधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा, कंपनियों ने महिलाओं को अहम पदों पर लाने के लिए व्यापक रूपरेखा बनायी है लेकिन आंकड़े बताते हैं कि आदर्श स्थिति और वास्तविकता में बड़ा अंतर है. इसी अंतर को पाटने के लिए टाटा मोटर्स अपने तरीके से प्रयास कर रही है. बीते दो साल में कंपनी के पुणे में यात्री वाहन संयंत्र में महिलाओं की संख्या करीब 10 गुना बढ़ी है. इस कारखाने में अप्रैल, 2020 में 178 महिला कर्मी थीं, जो अब बढ़कर 1,600 हो गई है. एमजी मोटर इंडिया में निदेशक-एचआर यशविंदर पटियाल ने कहा, हमारा प्रयास है 50:50 का अनुपात हासिल करना.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version