तिरुअनंतपुरम : केरल सरकार ने मंगलवार को कहा विश्व बैंक कचरा प्रबंधन परियोजनाओं के लिए मदद करने को तैयार है. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि अंतरराष्ट्ररीय विशेषज्ञों की भागीदारी से कचरे के प्रबंधन को तेज किया जाएगा. केरल की लैंडफिल साइट में जल्द ही एक ड्रोन से सर्वेक्षण किया जाएगा और इसके लिए विश्व बैंक के साथ एक समझौता किया गया है.
सीएमओ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, विश्व बैंक के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से मुलाकात की और बाद में कचरा प्रबंधन के मुद्दों पर सहयोग करने का फैसला किया है. हाल ही में ब्रह्मपुरम अग्निकांड की गंभीरता के मद्देनजर विश्व बैंक विशेषज्ञ सहायता और कर्ज प्रदान करेगा. ब्रह्मपुत्र संयंत्र में कचरे के ढेर में पिछले 2 मार्च को आग लग गई थी.
मुख्यमंत्री ने पहले कहा था कि आग के कारण निवासियों को कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़ा. उन्होंने विश्व बैंक केरल ठोस कचरा प्रबंधन परियोजना के लिए धन का इस्तेमाल करने की इच्छा भी व्यक्त की. सीएमओ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ठोस कचरा संघ (आईएसडब्ल्यूए) के विशेषज्ञों की सेवाएं भी ली जाएंगी.
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, विश्व बैंक की टीम संबंधित मंत्रियों और विभागीय सचिव के साथ बैठक करेगी और भविष्य के कार्यक्रम का खाका भी तैयार करेगी. इसके अलावा, विश्व बैंक की टीम ने कहा कि वे ड्रोन सर्वेक्षण के बाद लैंडफिल साइट में लगी आग की जांच करने और विशेषाों की मदद से अनुवर्ती उपाय करने के लिए तैयार हैं. विश्व बैंक की टीम ने सुझाव दिया कि इसके लिए एक अलग परियोजना कार्यान्वयन इकाई शुरू करना उचित होगा और मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार कर लिया.
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केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने घोषणा की कि कचरा डंपयार्ड आग की जांच करने के लिए वैज्ञानिक विशेषज्ञों वाली एक विशेष त्रि-स्तरीय समिति गठित की जाएगी. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने विधानसभा में कहा था कि राज्य पुलिस की एक विशेष जांच टीम ब्रह्मपुरम आग से संबंधित मामले की जांच करेगी. आग लगने के कारणों और संयंत्र की स्थापना के समय से ही इसकी कार्यवाहियों की सतर्कता की जांच भी की जाएगी.