YES BANK मामला: मनी लौंड्रिंग जांच के संबंध में ED ने अनिल अंबानी को किया तलब

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने येस बैंक के प्रवर्तक राणा कपूर एवं अन्य के खिलाफ जारी मनी लौंड्रिंग जांच के संबंध में रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी को समन जारी किया है.

By Utpal Kant | March 16, 2020 12:29 PM

नयी दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने येस बैंक के प्रवर्तक राणा कपूर एवं अन्य के खिलाफ जारी मनी लौंड्रिंग जांच के संबंध में रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी को समन जारी किया है. अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि येस बैंक से लिये गये कर्ज में से जो खाते गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) में तब्दील हो गये, उनमें अनिल अंबानी के समूह की कंपनियां बड़े कर्जधारकों में हैं. इस कारण उन्हें ईडी के मुंबई कार्यालय में सोमवार को उपस्थित होने को कहा गया है. अधिकारियों ने बताया कि अंबानी (60) ने कुछ निजी कारणों से उपस्थित होने से छूट की मांग की है, और संभव है कि उन्हें नयी तारीख दे दी जाये.

येस बैंक से लिये गये कर्ज में 12,800 करोड़ रुपये एनपीए

अनिल अंबानी की कंपनियों द्वारा येस बैंक से लिये गये कर्ज में 12,800 करोड़ रुपये एनपीए हो गये हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने छह मार्च को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि अनिल अंबानी समूह, एस्सेल, आईएलएफएस, डीएचएफएल और वोडाफोन येस बैंक के बड़े कर्जदारों में शामिल हैं. अधिकारियों ने कहा कि उन सभी बड़ी कंपनियों के प्रवर्तकों को बुलाया जाएगा, जिनके द्वारा येस बैंक ये लिये गये कर्ज एनपीए हो गये हैं. उन्होंने कहा कि मनी लौंड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत अनिल अंबानी का बयान दर्ज किया जाएगा. राणा कपूर अभी ईडी की हिरासत में हैं. गौरतलब है कि निजी क्षेत्र के इस बैंक का संचालन फिलहाल भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई) के आदेश पर प्रशांत कुमार कर रहे हैं. बैंक ने पिछले साल इसी अवधि में 1,000 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था और सितंबर में समाप्त हुई तिमाही में 629 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.

येस बैंक की गैर-निस्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) दिसंबर तिमाही में 18.87 प्रतिशत हो गयी हैं जो पिछली तिमाही (सितंबर) में 7.39 प्रतिशत थीं. साथ ही बैंक के पास अनिवार्य रूप से रखी जाने वाली नकदी में भी गिरावट आयी है

निफ्टी सूचकांकों से 19 मार्च को ही बाहर हो जाएगा येस बैंक

संकटग्रस्त येस बैंक को निफ्टी 50, निफ्टी बैंक तथा अन्य निफ्टी सूचकांकों से 19 मार्च को हटा दिया जाएगा. एनएसई इंडिसेज ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. एनएसई की अनुषंगी एनएसई इंडिसेज ने एक बयान में कहा कि पहले यह बदलाव 27 मार्च को किया जाने वाला था. हालांकि येस बैंक तथा इसके पुनर्गठन को लेकर हाल में हुए बदलावों को देखते हुए इसे तय समय से पहले ही 19 मार्च को ही बाहर करने का निर्णय निया गया है. यह निर्णय एनएसई इंडिसेज की सूचकांक रखरखाव उपसमिति ने लिया है. एनएसई इंडिसेज ने बयान में कहा कि येस बैंक की जगह निफ्टी 50 में श्री सीमेंट तथा निफ्टी बैंक में बंध बैंक लेंगी. येस बैंक को निफ्टी 100 और निफ्टी 500 से भी बाहर किया जाएगा. निफ्टी 100 में इसकी जगह अडाणी ट्रांसमिशन और निफ्टी 500 में स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर लेंगी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version