क्या संकट में है Zomato, को-फाउंडर धड़ाधड़ क्यों छोड़ रहे हैं साथ?
Zomato: जोमैटो की को-फाउंडर आकृति चोपड़ा ने ईमेल के जरिए अपना इस्तीफा कंपनी के सीईओ दीपिंदर गोयल को भेज तो दिया, लेकिन उसमें इस्तीफे की ठोस वजह नहीं बताई गई है. आकृति ब्लिंकइट के सीईओ अलबिंदर ढींढसा की पत्नी हैं और जोमैटो ने उस कंपनी का अधिग्रहण किया था.
Zomato: ऑनलाइन फूड डिलीवरी ई-कॉमर्स कंपनी क्या संकट में है? वह अपना लगातार विस्तार कर रही है. उसका मुनाफा और शेयर बाजार में कंपनी के स्टॉक प्राइस भी बढ़ रहा है, लेकिन इन तमाम सकारात्मक पहलुओं के बावजूद एक के बाद एक उसके को-फाउंडर कंपनी छोड़कर जा रहे हैं. को-फाउंडर्स का कंपनी छोड़कर जाने का सिलसिला 2018 से शुरू हुआ, जो आज तक जारी है. कंपनी की एक और तेज-तर्रार को-फाउंडर आकृति चोपड़ा ने भी जोमैटो को टाटा बॉय-बॉय कह दिया है. सबसे बड़ी बात यह है कि आकृति चोपड़ा ने जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल को लिखे मेल में बड़े भावुक लहजे में इस्तीफा भेजा है.
आकृति ने दीपिंदर गोयल को लिखा भावुक मेल
मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, दीपिंदर गोयल को भेजे गए मेल में आकृति चोपड़ा ने लिखा है, ‘दीपी (दीपिंदर गोयल), जैसा कि हमारे बीच डिस्कस हुई थी. औपचारिक तौर पर मैं अपना इस्तीफा भेज रही हैं, जो आज 27 सितंबर 2024 से ही प्रभावी है.’ उन्होंने अपने मेल में आगे लिखा है कि पिछले 13 सालों की यात्रा अविश्वसनीय तरीके से मजबूत रही है. हर चीज के लिए धन्यवाद. मैं हमेशा बस एक कॉल दूर हूं.
दो साल में पांच को-फाउंडर्स ने जोमैटो का छोड़ा साथ
दीपिंदर गोयल ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के को-फाउंडर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हैं, जबकि आकृति चोपड़ा कंपनी की को-फाउंडर होने के साथ-साथ ब्लिंकइट के सीईओ अलबिंदर ढींढसा की पत्नी भी हैं. दो सालों के अंदर कंपनी छोड़ने वाले को-फाउंडर्स में से आकृति चोपड़ा पांचवीं हैं. इससे पहले चार को-फाउंडर्स ने कंपनी को छोड़ दिया. इनमें गुंजन पाटीदार, पकंज चड्ढा, गौरव गुप्ता और मोहित गुप्ता शामिल हैं. 2023 की जनवरी में जोमैटो के मुख्य तकनीकी अधिकारी (सीटीओ) गुंजन पाटीदार और नवंबर 2023 में मोहित गुप्ता ने दीपिंदर गोयल का साथ छोड़ दिया था.
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आकृति चोपड़ा के इस्तीफे की वजह साफ नहीं
हालांकि, जोमैटो की को-फाउंडर आकृति चोपड़ा ने ईमेल के जरिए अपना इस्तीफा कंपनी के सीईओ दीपिंदर गोयल को भेज तो दिया, लेकिन उसमें इस्तीफे की ठोस वजह नहीं बताई गई है. आकृति ब्लिंकइट के सीईओ अलबिंदर ढींढसा की पत्नी हैं और जोमैटो ने उस कंपनी का अधिग्रहण किया था. पहले इसका नाम ग्रॉफर्स था. बाद में इसका नाम बदलकर ब्लिंकइट किया गया. अब यह जोमैटो की सहायक कंपनी है. आकृति के अचानक कंपनी छोड़कर चले जाने के बाद बड़े सवाल खड़े किए जा रहे हैं. जिस प्रकार से एक के बाद एक को-फाउंडर्स कंपनी छोड़ रहे हैं, उससे कयास यह भी लगाया जाने लगा है कि क्या जोमैटो किसी संकट में है?
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