बक्सर. बक्सर में गंगा नदी खतरे के निशान से 12 सेमी ऊपर बह रही है. इससे जिले में गंगा की सहायक नदियों कर्मनाशा, धर्मपुरा और ठोरा नदी का भी जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. रविवार शाम तीन बजे तक बक्सर में गंगा का जल स्तर 60.44 मीटर दर्ज किया गया, जबकि बक्सर में खतरे का निशान 60.32 मीटर है. इससे बक्सर सदर, सिमरी, चक्की, ब्रह्मपुर, चौसा और इटाढ़ी प्रखंड में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. कई गांवों का संपर्क मुख्यालय से कट गया है.
शहर के छुमंतर गली के कई घरों में गंगा का पानी घुस गया है. नाथ बाबा मंदिर के पास सीढ़ियां डूब गयी हैं. वहीं, गंगा में जल स्तर बढ़ने से बक्सर स्थित श्मशान घाट पर शव जलाने के लिए जगह नहीं बची है.
शव जलाने वाली जगह डूब गयी है. जल स्तर में तेज बढ़ोतरी से चौसा-मोहनिया मार्ग पर घुटनेभर पानी चढ़ गया है. वहीं, सिमरी और चक्की प्रखंड के दर्जनों गांवों में पानी घुस जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है.
दूसरी ओर, ठोरा नदी में पानी बढ़ने से बक्सर सदर प्रखंड के गोविंदपुर, लरई, करहंसी, नावागांव, कोड़रवां समेत कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है. इससे तटवर्ती इलाकों के लोगों के बीच भय का माहौल है. हालांकि, प्रशासनिक अधिकारी बाढ़ को लेकर अलर्ट मोड में है.
जिलाधिकारी अमन समीर पूरी स्थिति पर नजर रख रहे हैं. सभी बीडीओ और सीओ को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर प्रतिवेदन देने को कहा है. बाढ़ नियंत्रण अंचल बक्सर के अधीक्षण अभियंता संजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रयागराज और वाराणसी में गंगा में उफान से जल स्तर खतरे के निशान के समीप पहुंच गया है.
Posted by Ashish Jha