बक्सर. जिले में भले ही कोरोना का संक्रमण नहीं है. लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि हम कोरोना से पूरी तरह से सुरक्षित हैं. संक्रमण का प्रसार जिले में इसलिए नहीं हुआ है, क्योंकि जिले में अब तक कोरोना ने दस्तक नहीं दी है. जिस दिन कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी, उसके बाद लोगों की परेशानियां एक बार फिर बढ़ सकती हैं. इसे दूर करने के लिए हम सब को अपनी जिम्मेदारी के तहत कोविड के प्रभाव को कम करने के लिए टीके अनिवार्य रूप से लेना होगा.
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राजकिशोर सिंह ने बताया कि कोविड की तीसरी लहर लगभग खत्म हो चुकी है, लेकिन चौथी लहर की संभावना एक बार फिर से दिखाई दे रही है. पड़ोसी जिलों जैसे भोजपुर और रोहतास में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए मरीजों की पुष्टि होती रहती है. हालांकि इस बार कोरोना के मरीज उतने गंभीर नहीं हो रहे है. और आसानी से घर बैठे ठीक हो जा रहे. जो कोविड टीकाकरण की बदौलत ही संभव हो सका है. अब तो डब्ल्यूएचओ ने भी कह दिया है कि कोविड टीकाकरण कराने वाले लाभार्थियों पर पर इसके लक्षण कमजोर हो जाते हैं.
डॉ सिंह ने बताया कि अभी भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनका समय पूरा हो गया है और वे प्रीकॉशन डोज नहीं लिये हैं ऐसे लोगों से मेरी अपील है कि जल्द-से-जल्द प्रीकॉशन डोज लें और खुद के साथ परिवार को भी सुरक्षित करें. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए टीकाकरण के साथ मास्क लगाना बेहद जरूरी है. सोशल डिस्टैंसिंग के साथ-साथ खुद की सुरक्षा करना हमारे हाथ में है. कई बार लोग बाजारों में खरीदारी करने भीड़ भाड़ में बिना मास्क के जाते हैं. ऐसे में उनके संक्रमित होने का ज्यादा खतरा बना रहता है. ऐसे लोगों को कोविड से बचाव के लिए साफ स्वच्छ मास्क का प्रयोग करना चाहिए.