हल्दिया : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्व मेदिनीपुर के कांथी में अायोजित सभा में राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला और राज्य से तृणमूल कांग्रेस की सरकार उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए कहा कि भाजपा सत्ता में आयी तो बंगाल को सोनार बांग्ला बनायेगी.
शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में बंगाल से भाजपा को कम से कम 23 सीटें मिलेंगी. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राज्य में भाजपा को चुनाव प्रचार करने से रोकना चाहती हैं. भाजपा रथयात्रा निकालना चाहती थी, लेकिन रथयात्रा निकालने नहीं दिया गया. सभा करने के लिए मैदान नहीं दिये जाते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री जितना भी रोकें, भाजपा नहीं डरेगी, क्योंकि बंगाल की जनता परिवर्तन चाहती है.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के 65 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गयी है, क्योंकि उन लोगों ने सिंडिकेट, भ्रष्टाचार, परिवारवाद का विरोध किया था. उन्होंने कहा कि बंगाल की गणना कभी देश के शीर्ष राज्यों में होती थी, लेकिन आज बंगाल का हर पांचवां व्यक्ति गरीबी रेखा के नीचे है. ममता बनर्जी ने चुनाव से पहले वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद 55 हजार बंद कल-कारखानों को खोलेंगी. बंद कारखाने तो नहीं खुले, लेकिन राज्य में सब तरफ बम बनाने के कारखाने अवश्य खुल गये हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस एक ही थैले के चट्टे-बट्टे हैं.
कांग्रेस में भी परिवारवाद है और तृणमूल कांग्रेस में भी परिवारवाद है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पेंटिंग करती हैं और उनकी पेंटिंग चिटफंड वालों ने 25 लाख रुपये में खरीदी. क्या पेंटिंग खरीदने वालों पर सरकार कार्रवाई करेगी? उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आयी तो एक-एक चिटफंड वालों से हिसाब लिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि सिटिजनशिप एक्ट के तहत शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जायेगी, लेकिन घुसपैठियों को राज्य में घुसने नहीं दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष एक मजबूर सरकार चाहती है, लेकिन मोदी के नेतृत्व में भाजपा मजबूत सरकार देगी. विपक्ष डीलरों की सरकार चाहती है, लेकिन भाजपा लीडर की सरकार देगी.
श्री शाह ने राजनीति में आने के प्रियंका गांधी के फैसले का उपहास उड़ाते हुए कहा कि किसी एक परिवार द्वारा चलायी जाने वाली सरकार लोगों की सेवा नहीं कर सकती, बल्कि सिर्फ एक मजबूर सरकार ही दे सकती है. उन्होंने कहा कि संप्रग के शासनकाल में उन्होंने 2जी जैसे बड़े घोटाले देखे थे. अब तीसरा ‘जी’ (गांधी) भी आ गये हैं. फिर घोटाले का आकार क्या होगा?