कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में पेंगोलिन तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से दो जीवित पेंगोलिन जब्त किये गये हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक पेंगोलिन की कीमत करीब 50 लाख रुपये तक होती है. वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (इस्टर्न रिजन) और वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल यूनिट (पश्चिम बंगाल) की टीम ने मिलकर गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की. गिरफ्तार तस्करों में एक महिला भी है. तस्करों की कार भी जब्त कर ली गयी है.
गिरफ्तार किये गये छह तस्करों के नाम पार्थ दास (50), जयलाल गोलदार (28), सुप्रियो मांझी (38), शाहनाज मोल्ला (31), सैयद आबिद उल हुसैन (37) और कृष्णा दास (42) हैं. इनमें पार्थ हावड़ा के उलुबेड़िया के खालीसाली का रहने वाला है, तो जयलाल कोलकाता के आनंदपुर के चौबाघा का, सुप्रियो हावड़ा के बागनान के हितेनपुर का, शाहनाज बागनान के एनडी ब्लॉक का रहने वाला है. सैयद आबिद उल हुसैन बागनान के खादीनान पूर्वपाड़ा का और कृष्णा हरिदेवपुर के नबालिया पाड़ा लेन की निवासी है.
वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के मुताबिक, शुक्रवार की रात वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (इस्टर्न रिजन) और वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल यूनिट (वेस्ट बंगाल) की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कोलकाता के भवानीपुर स्थित एक घर से दो जिंदा पेंगोलिन को जब्त किया. यहां से एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया. इनसे पूछताछ में पेंगोलिन सप्लायरों के बारे में पता चला और फिर टीम ने कोलकाता और हावड़ा के अलग-अलग इलाकों से और तीन पेंगोलिन सप्लायरों को गिरफ्तार किया. इनके पास से एक इंडिका कार जब्त की गयी है, जिसका इस्तेमाल ये लोग तस्करी के लिए करते थे.
वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (इस्टर्न रिजन) के रिजनल डिप्टी डायरेक्टर अग्नि मित्रा ने बताया कि वेस्ट बंगाल फॉरेस्ट डायरेक्टोरेट की ओर से एक मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल दो लोगों से पूछताछ की जा रही है. उनसे पूछताछ में कुछ और सुराग मिलने की उम्मीद है. प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि यह गिरोह पेंगोलिन को दुर्गापुर से कोलकाता लाये थे और यहां से भी इसे कहीं और भेजा जाना था. इससे पहले ही ब्यूरो ने इन्हें धर दबोचा.