कोलकाता/वारंगल (तेलंगाना) : कोरोना संकट के बीच देश के दक्षिणी राज्य तेलंगाना से सन्न कर देने वाली खबर आयी है. यहां एक गांव में कुआं से नौ लोगों के शव बरामद हुए हैं. इनमें 6 लोग पश्चिम बंगाल के एक ही परिवार के सदस्य हैं. एक इनका मित्र और बाकी दो लोग बिहार के रहने वाले हैं.
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तेलंगाना में एक कुआं से नौ लोगों के शव मिलने के पीछे का रहस्य अभी से गहराता जा रहा है. चार लोगों के शव बृहस्पतिवार (21 मई, 2020) को और पांच लोगों के शव शुक्रवार (22 मई, 2020) को मिले हैं.
थैले बनाने वाली इकाई में काम करने वाले 48 वर्षीय एक व्यक्ति और उनके परिवार के तीन अन्य सदस्यों के शव गोरेकुंटा गांव के कुआं में मिला था. इसके बाद पांच अन्य शव भी कुआं से ही बरामद हुए.
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इस बीच, राज्य के पंचायती राज्य मंत्री इराबेल्ली दयाकर राव ने इस घटना पर क्षोभ जताया है. उन्होंने उस अस्पताल का दौरा किया, जहां ये शव रखे हुए हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में विस्तृत जांच हो और तथ्यों के हिसाब से कदम उठाये जायें.
उधर, पुलिस ने बताया कि घर के मुखिया के दो बेटों के शव भी शुक्रवार को मिले. वारंगल के पुलिस आयुक्त वी रवींद्र ने बताया कि एक ही परिवार के छह लोगों और उनके एक दोस्त तथा दो अन्य व्यक्तिों के शव कुआं से मिले हैं.
पुलिस ने प्राथमिक जांच का हवाला देते हुए कहा था कि यह मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है. उन्होंने बताया कि शवों पर चोट के कोई निशान नहीं हैं और पोस्टमार्टम के बाद ही असली वजह की जानकारी मिलेगी.
सूत्रों ने बताया कि घर के प्रमुख ने अपने एक दोस्त को थैले बनाने वाली इकाई में यह कहते हुए बुलाया था कि कुछ ज्यादा काम आ गया है. वह किसी अन्य स्थान पर काम करता था.
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उन्होंने बताया कि फिलहाल आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है, जिसे आगे जांच के अनुसार बदला जा सकता है. 48 वर्षीय व्यक्ति करीब 20 साल पहले पश्चिम बंगाल से यहां आया था और यहीं बस गया था.