पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को लेकर सीबीआई और ईडी रोज नये खुलासे करती रहती है. अब ईडी की चार्जशीट में नया खुलासा हुआ है. जिसके अनुसार इस चार्जशीट में अर्पिता मुखर्जी को लेकर कई सनसनीखेज दावे किए गए हैं. चार्जशीट में ईडी ने कहा है कि अर्पिता मुखर्जी मां बनना चाहती थीं. बताया जा रहा है कि अर्पिता एक बच्चा गोद लेना चाहती थीं. ईडी ने दावा किया है कि पार्थ चटर्जी ने अर्पिता को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) भी दिया था.अर्पिता की इस बात से मंत्री पार्थ चटर्जी को भी कोई आपत्ति नहीं थी. ईडी ने अर्पिता के फ्लैट से इस संबंध में पत्र बरामद किया है.
हाल ही में ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के घर पर छापा मारा था. जहां पर अर्पिता के फ्लैट की तलाशी के दौरान मां बनने से संबंधित कई दस्तावेज बरामद हुए थे. ईडी ने चार्जशीट में उल्लेख किया है कि पार्थ अर्पिता के पारिवारिक मित्र है। पार्थ चट्टोपाध्याय द्वारा 22 फरवरी को अर्पिता मुखर्जी को जारी एक दस्तावेज में यह कहा गया है कि अगर अर्पिता किसी बच्चे को गोद लेती है तो उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं है. चार्जशीट में यह भी लिखा गया है कि जब इस बारे में पार्थ से पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि दस्तावेज पर उनके हस्ताक्षर असली थे.
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ईडी के अधिकारियों ने बताया था कि शिक्षक भर्ती घोटाले की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि अर्पिता मुखर्जी कई फर्जी कंपनियां चला रही थीं. इन कंपनियों से जुड़े डॉक्युमेंट्स भी छापेमारी के दौरान बरामद किए गए.बता दें कि ईडी की चार्जशीट में अर्पिता मुखर्जी को लेकर कई नई बातों का जिक्र है. चार्जशीट में बताया जा रहा है कि दोनों थाईलैंड व गोवा सफर पर भी साथ में गये थे . उनके साथ एक और व्यक्ति था.उक्त व्यक्ति की पहचान पहले अर्पिता से हुई थी और फिर पार्थ से पहचान अर्पिता ने करवायी गई थी. इस पर भी ईडी कार्रवाई कर सकती है.
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